नई दिल्ली: देश में फैले कोरोना महामारी के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने रविवार यानि आज 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज से जुड़ी पांचवें और अंतिम चरण की घोषणाएं की. वित्त मंत्री पिछले बुधवार से लगातार प्रेस कांफ्रेंस कर 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज को लोगों के सामने रख रही थीं. आर्थिक पैकेज के आखिरी दिन उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'उनकी सरकार प्रवासी मजदूरों के लिए बहुत ही गंभीर हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अपने स्तर पर कोई कसर नहीं छोड़ रही है फिर भी मन में दुख होता है कि प्रवासी मजदूर सड़क पर जा रहे हैं.
इसके अलावा उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, 'मैं विपक्षी दल से कहना चाहती हूं कि प्रवासियों के मुद्दे पर हम सभी को मिलकर काम करना होगा. हम इस मुद्दे पर सभी राज्यों के साथ काम कर रहे हैं. मै सोनिया गांधी से हाथ जोड़कर कह रही हूं कि प्रवासी मजदूरों के साथ संजीदगी से पेश आने की जरूरत है.' बात दें कि हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजधानी दिल्ली में प्रवासी मजदूरों से मुलाकात की थी और वे उनके साथ बैठकर बात करते हुए नजर आए थे.
#WATCH वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 'कल जो हुआ, माइग्रेट को उनके रास्ते पर चलते हुए उनके बगल में बैठकर बातचीत करने का, वो समय है क्या? वो ड्रामेबाज नहीं है क्या' pic.twitter.com/sN58BWm59e
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 17, 2020
यह भी पढ़ें - वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की 5वीं प्रेस कांफ्रेंस: मनरेगा, हेल्थ, शिक्षा, बिजनेस को लेकर किए गए बड़े ऐलान
इस दौरान विपक्ष ने आरोप भी लगाया था कि राहुल गांधी ने जिन मजदूरों से मुलाकात की थी, उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली कांग्रेस से जुड़े अनिल चौधरी ने कहा कि हमें पता चला है कि मजदूरों को हिरासत में ले लिया गया है. राहुल आए और उनसे मिले. हमने पुलिस से बात की, जिसके बाद दो लोगों को एक साथ जाने की अनुमति दी गई. हमारे वॉलंटियर्स प्रवासी मजदूरों को अब घर छोड़ने जा रहे हैं.