बिहार (Bihar) में इस साल प्रदेश सरकार नमीयुक्त धानों को सुखाकर खरीदेगी. इसके लिए क्रय केंद्रों पर ड्रायर मशीनें लगाई जा रही है. इस साल खरीफ मौसम में किसानों को पिछली बार से 65 रुपये अधिक की दर से 1,815 रुपये प्रति क्विंटल भुगतान किया जाएगा. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने बताया 18-18 लाख रुपये की लागत से राज्य के 61 क्रय केंद्रों पर ड्रायर मशीनें लगाई गई हैं. मानक से अधिक नमी की स्थिति में भी धान को सुखा कर किसानों से खरीद की जाएगी.
पहले जहां चावल प्राप्ति के बाद प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति (पैक्स) को भुगतान करने में महीनों लग जाता था, वहीं इस साल राज्य खाद्य निगम को तीन दिनों के अंदर और धान खरीद के 48 घंटों में किसानों को भुगतान करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने गुरुवार को बताया कि 30 नवंबर के पहले धान की कुटाई के लिए चावल मीलों को पैक्स से संबद्घ करने का निर्देश दिया गया है. मोदी ने बताया कि वर्ष 2019-20 के खरीफ मौसम में किसानों को पिछली बार से 65 रुपये अधिक की दर से 1,815 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान किया जाएगा.
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इस साल 15 नवंबर से प्रारंभ होने वाले धान खरीद का लक्ष्य 30 लाख म्रिटीक टन है. चावल रखने के लिए 30 हजार गन्नी बेल्स बोरा की खरीद की जाएगी. उल्लेखनीय है कि पिछले साल 14.44 लाख म्रिटीक टन धान की खरीद की गई थी. उपमुख्यमंत्री ने केवल नए निबंधित चावल मीलों का ही भौतिक सत्यापन करने और क्रय केन्द्रों पर दिसम्बर तक 39 ड्रायर मशीन लगाने तथा 5,500 पैक्सों और 500 से अधिक व्यापार मंडलों के जरिए धान की खरीद समय से शुरू करने का निर्देश दिया गया है.