आज दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) नेत्री और वित्त मंत्री आतिशी ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया. इस सर्वेक्षण में दिल्ली सरकार की पिछले 1 साल की उपलब्धियों का ब्योरा दिया गया है. उन्होंने बताया कि 2 साल में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 22.77 फीसदी बढ़ी है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 3,76,217 रुपये थी, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 में बढ़कर 4,61,910 रुपये हो गई. केवल 2 सालों में प्रति व्यक्ति आय में 22 फीसदी की वृद्धि हुई है. यह राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय के मुक़ाबले दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय 2.5 गुना ज्यादा है.
मुख्य उपलब्धियां-
- बिजली: दिल्ली में 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जा रही है.
- पानी: 20 हजार लीटर तक पानी मुफ्त दिया जा रहा है.
- शिक्षा: सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं.
- स्वास्थ्य: मोहल्ला क्लीनिक और दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.
- बस सेवा: दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा है.
- तीर्थ यात्रा: दिल्ली सरकार गरीब लोगों को तीर्थ यात्रा पर भेजने के लिए योजना चला रही है.
आर्थिक स्थिति
दिल्ली सरकार ने यह भी दावा किया है कि बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, बस सेवा, तीर्थ यात्रा जैसी सेवाएं देने के बाद भी दिल्ली सरकार सरप्लस में चलाती अर्थव्यवस्था है।
Kejriwal सरकार ने 16.17% Public Health और Family Welfare पर खर्च किया
▪️38 Multi-speciality/Super Speciality Hospitals
▪️60 Primary Urban Health Centers
▪️117 Homeopathic Dispensaries
▪️55 Ayurvedic Dispensaries
▪️25 Unani Dispensaries
▪️521 Mohalla Clinics
▪️175 Dispensaries… pic.twitter.com/K1x3srzMha
— AAP (@AamAadmiParty) March 1, 2024
केजरीवाल सरकार ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर 16.17% खर्च किया
▪️38 मल्टी-स्पेशियलिटी/सुपर स्पेशलिटी अस्पताल
▪️60 प्राथमिक शहरी स्वास्थ्य केंद्र
▪️117 होम्योपैथिक औषधालय
▪️55 आयुर्वेदिक औषधालय
▪️25 यूनानी औषधालय
▪️521 मोहल्ला क्लीनिक
▪️175 औषधालय
▪️30 पॉली क्लीनिक
▪️शिशु मृत्यु दर
देश का - 2.8%
दिल्ली का - 1.2%
▪️नवजात मृत्यु दर
देश का - 2%
दिल्ली का - 0.9%
▪️5 वर्ष से कम मृत्यु दर
देश का - 3.2%
दिल्ली का - 1.4%
महंगाई और बेरोजगारी के मामले में दिल्ली ने 2023 में 2.81 फीसदी की महंगाई दर के साथ राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम महंगाई दर बनाए रखी है. रिपोर्ट के अनुसार, इसके अतिरिक्त, बेरोजगारी दर वित्तीय वर्ष 2020-21 में 6.3 फीसदी से घटकर वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1.9 फीसदी हो गई.