ईसीआई राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख वोटर्स हैं. इसके अलावा, पुरुष मतदाता की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख मतदाता है और युवा मतदाता की संख्या 25.89 लाख मतदाता हैं। उधर, पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं की कुल संख्या 2.08 लाख है। इसके अलावा, दिल्ली में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने किया साफ़, नहीं हो सकता EVM हैक
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारतीय निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने साफ़ किया कि ईवीएम में छेड़छाड़ और हैक नहीं किया जा सकता है. राजीव कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि ईवीएम मशीन को हैक नहीं किया जा सकता है. इसके बाद भी ईवीएम पर शक जताने का प्रयास किया गया. जो गलत है.
वोटिंग की विशेष व्यवस्था
चुनाव आयोग ने विशेष रूप से 85 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए मतदान की सुविधा प्रदान की है. इन मतदाताओं को घर से ही वोट डालने का मौका मिलेगा, ताकि वे मतदान प्रक्रिया में भाग ले सकें.
सुरक्षा और व्यवस्था
चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान की प्रक्रिया निष्पक्ष और सुरक्षित तरीके से संपन्न होगी. सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त की जाएगी और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मतदान कराया जाएगा.
पिछली बार 8 फरवरी 2020 को हुआ था चुनाव
पिछला चुनाव दिल्ली में 8 फरवरी 2020 को हुआ था, जिसके परिणाम 11 फरवरी को घोषित किए गए थे. घोषित नतीजों में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करते हुए 62 सीटें जीती थीं. इसके बाद अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में फिर से चुने गए थे.