नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) के विरोध में लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने शनिवार (21 दिसंबर) को बिहार बंद (Bihar Bandh) का आह्वान किया है. दरअसल, आरजेडी का आरोप है कि नागरिकता संशोधन से संविधान का उल्लंघन हुआ है. वहीं, आरजेडी के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने शुक्रवार को कहा, 'हम लोग 21 को शांतिपूर्ण तरीके से प्रतिरोध करेंगे, बिहार बंद करेंगे. पार्टी की ओर से भी कार्यकर्ताओं को निर्देशित कर दिया गया है. फिर भी अगर पुलिस ने किसी पर बल प्रयोग किया, नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कुछ चालाकी दिखाने की कोशिश की, तो अंजाम बुरा होगा.'
इससे पहले तेजस्वी यादव ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, 'नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हमने 21 दिसंबर को बिहार में बंद बुलाया है. यह कानून असंवैधानिक (Unconstitutional) और मानवता के खिलाफ है.' उन्होंने कहा, 'इसने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विभाजनकारी चरित्र को उजागर किया है.' यह भी पढ़ें- नागरिकता कानून पर जारी बवाल को लेकर तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर कसा तंज, नीतीश को भी घेरा.
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हम लोग 21 को शांतिपूर्ण तरीके से प्रतिरोध करेंगे, बिहार बंद करेंगे। पार्टी की ओर से भी कार्यकर्ताओं को निर्देशित कर दिया गया है। फिर भी अगर पुलिस ने किसी पर बल प्रयोग किया, नीतीश कुमार ने कुछ चालाकी दिखाने की कोशिश की, तो अंजाम बुरा होगा।"
-@yadavtejashwi जी pic.twitter.com/9fKXY2RjNd
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) December 20, 2019
तेजस्वी यादव ने कहा, 'नीतीश कुमार अभी और रोएंगे. अभी तो चीख-चीख कर रोने वाले हैं. अब बिहार की जनता अनाड़ी नहीं है जो इनके जालसाजी में फंसने का काम करेगी. आज देश और संविधान खतरे में है. संविधान बचाने के लिए हमलोगों ने ऐलान किया है 21 दिसंबर को बिहार बंद का. हम सरकार के लोगों को चेता देना चाहते हैं कि अगर कहीं डंडे बरसाने का काम किया, नीतीश जी ने चालाकी करने का काम किया तो अंजाम बुरा होगा.'
Tejashwi Yadav, RJD: We have called a bandh in Bihar on December 21 against the #CitizenshipAmendmentAct. The act is unconstitutional and against humanity. It has exposed the divisive character of BJP. pic.twitter.com/QW0haUoqo3
— ANI (@ANI) December 20, 2019
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को भी एकदिवसीय बिहार बंद का आह्वान वामदलों की तरफ से किया गया था. गुरुवार को बिहार बंद का मिलाजुला असर रहा और इस दौरान आवागमन पर प्रतिकूल असर देखा गया. बिहार बंद के दौरान राज्य के कई जिलों में इसका व्यापक असर देखा गया था. जगह-जगह लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, कई जगह ट्रेनें रोक दी गईं, जबकि कई स्थानों पर सड़कें जाम की गईं, कई इलाकों में बंद समर्थकों द्वारा उत्पात भी मचाया गया. बंद को जन अधिकार पार्टी के अलावा महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, आरएलएसपी, वीआईपी और हम ने समर्थन दिया था.