नई दिल्ली: कर्नाटक में हफ्ते भर से जारी सियासी ड्रामा आज खत्म हुआ. सूबे के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शपथ लेने के दो दिनों बाद विधानसभा में विश्वास मत से पहले ही इस्तीफा दे दिया. येदियुरप्पा ने विधानसभा में बहुमत के लिए आवश्यक सदस्यों नहीं होने की वजह से त्याग पत्र दिया. विधानसभा में अपने भावुक भाषण के दौरान येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा सदन में बहुमत साबित करने के लिए आवश्यक संख्या नहीं जुटा पाई है. उन्होंने कहा, "अगर मैं सत्ता छोड़ता हूं, तो भी मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा. मेरा जीवन जनता के लिए है."
बहरहाल, बीजेपी विधायक और स्पीकर राष्ट्रगान से पहले ही सदन छोड़ एक ने नए विवाद को जन्म दे दिया. इस घटना का विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
#YeddyurappaResigns: #BSYeddyurappa heads to #RajBhavan to submit his resignation to the #Governor. pic.twitter.com/dPyXJlWeoo
— NEWS9 (@NEWS9TWEETS) May 19, 2018
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने येदियुरप्पा सरकार पर राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप लगाया. राहुल ने कहा कि बीजेपी के नेता इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रगान को बीच में ही छोड़कर चले गए.
Did you notice that after the entire exercise in Karnataka Vidhan Sabha, the BJP legislators & speaker chose to leave the house before the national anthem? It shows they can disrespect any institution if in power, both BJP & RSS have disrespected institutions: Rahul Gandhi pic.twitter.com/ZjUNzpFIeV
— ANI (@ANI) May 19, 2018
वहीं, सोशल मीडिया पर लोग इस घटना को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
National anthem k liye bhi nahin ruke bjp wale aur rashtriya wadi channel koi sawaal nahin karega
— Halaplay (@Ma96444) May 19, 2018
#SupremeCourt #PMModi #PMOIndia
The CM of Karnataka and BJP MLAs showed disrespect to the national anthem by not waiting till it was played in the assembly today.. what action are you going to take?? Can you take any action??
— Jagan (@jaganns67) May 19, 2018
Entire BJP team walked out while national anthem was playing. Let's talk nationalism. #KarnatakaFloorTest
— Nikhil (@Ultra_Indian) May 19, 2018
ज्ञात हो कि कर्नाटक में 12 मई को हुए विधानसभा चुनाव में 104 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि कांग्रेस के पास 78 और जनता दल (सेकुलर) के पास 37 सीटें हैं. इसके अलावा दो सीटें निर्दलीयों के पास और एक सीट बसपा के पास है. बीजेपी ने दावा किया था कि उसके पास कई विधायकों का समर्थन है मगर वह इसे सदन में साबित नहीं कर सकी और येदियुरप्पा को त्यागपत्र देना पड़ा.