दुनिया भर में एक ओर वैक्सीन (Vaccine) पर काम चल रहा है, तो वहीं भारत में वैक्सीन के साथ ही लोगों की इम्यूनिटी बढ़ाने और आयुष के जरिए कोविड19 (COVID-19) की दवाइयों पर शोध चल रहा है। अब देश के कई अलग-अलग शहरों में आयुष मंत्रालय की ओर से कुछ औषधियों का ट्रायल चल रहा है. उनका ट्रायल कितना सफल हुआ इस बारे में जानकारी दी आयुष मंत्रालय में सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने. प्रसार भारती से बातचीत में वैद्य राजेश कोटेचा ने बताया कि आयुष मंत्रालय के अंतर्गत, आयुर्वेदिक, यूनानी, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध एवं होम्योपैथी आते हैं. कोविड19 के संक्रमण के शुरुआत में इम्यूनिटी और औषधी के लए एक टॉस्क फोर्स बनायी गई.
जो वायरस के अलग-अलग केस के लोगों को, यानी जो हाई रिस्क में हैं या जो क्वारनटाइन हैं, ऐसे लोगों पर देश में 60 अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग औषधियों पर ट्रायल कर रहे हैं। इसमें पाया गया कि क्वारनटाइन वालों को फायदा हो रहा है और जो जिनमें वायरस का संक्रमण कम हैं उन्हों भी। आने वाले समय में इसकी पूरी रिपोर्ट बना कर पेश की जाएगी.
देश के लाखों लोग पी रहे आयुष काढ़ा
इस दौरान उन्होंने कहा कि अप्रैल से ही आयुष मंत्राल ने इम्यूनिटी प्रमोटर गाइडलाइन जारी की थी. जिसमें काढ़ा पर फोकस किया गया है. इसमें खाने-पीने से लेकर इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पेय बतए गए हैं, जिनमें काढ़ा पर ज्यादा फोकस किया गया है। काढा को घर में आसानी से बनाया जा सकता है। इसमें सोंठ, काली मिर्च, दालचीनी, तुलसी के पत्ते, मुनक्का है तो वो भी डाल कर जैसे चाय बनाते हैं वैसे ही पकाकर बनाना है. अगर उसमें नींबू या दूध डालना चाहते हैं तो वो भी डालकर पी सकते हैं. आज के समय में देश में लाखों लोगों ने पीना शुरू कर दिया है.
आयुष संजीवनी ऐप करेगा मदद
वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि आयुष मंत्रालय ने देश के कितने लोगों को फायदा पहुंचा, जो भी आयुर्वेदिक या आयुष की गाइडलाइन के अनुसार सेवन कर रहे हैं उसके लिए एक रिपोर्ट भी बनाई जा रही है. ताकि आंकलन कर सकें की कोविड से लड़ाई में कौन सी औषधी कितनी फायदेमंद है। इसके लिए आयुष मंत्रालय ने आयुष संजीवनी नाम से एक ऐप लॉन्च किया है। यह आईओएस और एंड्रॉयड फोन पर उपलब्ध है। इसे फोन में इंस्टॉल करने पर ऐप के माध्यम से घर पर बैठ कर कोविड से कैसे बचाव करें, इम्यूनिटी कैसे बढ़ाए, इसके सभी दिशा निर्देश, आदि की जानकारी ले सकते हैं। जो लोग आयुष के दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं वो इस ऐप को जरूर अपने फोन में रखें और किस-किस सलाह को अपना रहे हैं और क्या फायदा है यह भी जरूर बताएं.
श्वशन तंत्र से संबंधित करें प्राणायाम
राजेश कोटेचा ने आहार के साथ ही प्राणायान पर एक्सरसाइज करने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि श्वशन तंत्र से संबंधित सभी प्राणायाम जरूरी हैं। इसमें भ्रस्तिका, अनुलोम-विलोम, कंपालभांति, भ्रामरी प्राणायाम जैसे हैं। सूर्य नमस्कार भी काफी फायदा करता है। इसके अलावा ध्यान या मेडिटेशन करते हैं, उससे भी शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है.
बदलते मौसम में भी रहे सावधान
वहीं बदलते मौसम में अक्सल लोगों को सामान्य फ्लू और सर्दी जुकाम हो जाते हैं इसके बारे में कहा कि आयुष मंत्रालय ने जो एडवाइजरी कोविड से बचने के लिए जारी की है, उसका पालन करें. हल्दी वाला दूध पिएं, ये गले के लिए और शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। काढ़ा का भी सेवन कर सकते हैं. च्यवनप्राश का सेवन करते रहें. जो भी आयुर्वेद उपाय बताए गए हैं उनका पालन करें.
कोई एक भी कई लोगों को कर सकता है संक्रमित
देश में एक दिन ब दिन बढ़ते केस को लेकर कहा कि यह बहुत तेजी से फैलने वाला वायरस है। इस समय अगर कहीं किसी जगह पर ज्यादा लोग जुटते हैं या कोई एक व्यक्ति कई लोगों के संपर्क में आता है तो एक साथ कई लोगों के संक्रमण होने का खतरा रहता है। इसलिए अभी किसी आयोजन या किसी भी तरह भीड़ में न जाएं. अपना काम करें, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए. वैसे केस के नंबरों से परेशान न हों. जो भी सभी नियमों का सही से पालन करेगा वायरस के संक्रमण की संभावना कम होगी.
वहीं एक अन्य सवाल के जवाब में कि अगर एक हैंडपंप या किसी नल से पानी भर कर ला रहे हैं थोड़ा सतर्क रहें, पानी भरने के बाद हाथ को साबुन से धो लें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. हालांकि गांव की अपेक्षा शहर में वायरस का खतरा ज्यादा है, अभी गांव इस मामले में ठीक हैं। वहां संक्रमण नहीं के बराबर है. इसलिए बहुत परेशान नहीं हों, लेकिन सतर्क रहें अपना ध्यान रखें और बाकी लोगों को जागरूक करें ताकि गांव में संक्रमण न हो.