नई दिल्ली: देश में कोरोना (COVID-19) के मामले पहले के मुकाबले काफी कम हो गए हैं. कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट ने दुनियाभर में लोगों को तेजी से संक्रमित किया. अब इस वेरिएंट को लेकर एक और चिंताजनक बात सामने आई है. वास्तव में ओमिक्रॉन वेरिएंट उतना हल्का नहीं है जितना अधिकांश लोग इसे समझते हैं. भारत के चीफ जस्टिस एन वी रमण ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट ‘साइलेंट किलर’ है और इसके संक्रमण से उबरने में लंबा वक्त लगता है. COVID-19: 6 से 8 महीने में आएगी कोरोना की एक और लहर? लापरवाही से बचें.
यह टिप्पणी तब आयी जब उच्चतम न्यायालय बार संघ (एससीबीए) के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने शीर्ष न्यायालय से अदालत में लोगों की मौजूदगी में मुकदमों की सुनवाई पूरी तरह शुरू करने का अनुरोध किया.
सीजेआई ने कहा कि अब संक्रमण के मामलों में 15,000 की वृद्धि हुई है सिंह ने कहा, ‘‘यह ओमीक्रोन स्वरूप है, यह पहले के मुकाबले हल्का स्वरूप है.’’ बहरहाल, सीजेआई ने कहा कि वह पहली लहर के दौरान चार दिनों में स्वस्थ हो गए थे लेकिन तीसरी लहर में स्वस्थ होने में लंबा वक्त लग रहा है.
न्यायाधीश रमण ने कहा, ‘‘यह साइलेंट किलर है....मैं पहली लहर में संक्रमित हुआ था लेकिन चार दिनों में उबर गया था लेकिन अब इस लहर में 25 दिन हो गए हैं और मैं अब भी इससे उबर नहीं पा रहा हूं.’’
देशभर में ओमिक्रॉन और कोविड का खतरा भले घटता दिख रहा हो लेकिन सावधानी जरूरी है. यह वेरिएंट दोबारा भी संक्रमित कर सकता है. इसके साथ ही इसके सब वेरिएंट के फैलने का भी खतरा है.