पीएम मोदी  ने ‘‘कड़े और बड़े फैसले’’ लेने वाली ईमानदार एवं पारदर्शी सरकार दी: मुख्तार अब्बास नकवी
मुख्तार अब्बास नकवी (Photo Credits ANI)

नई दिल्ली:  केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, (PM Narendra Modi) "परिश्रम, ईमानदारी, परफॉरमेंस" का पर्याय हैं और उनकी सरकार ने ‘भ्रष्टाचार के दौर को खत्म’ कर "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास" के मूल मंत्र के साथ एक ईमानदार, पारदर्शी सरकार दी है . नकवी ने कहा कि मोदी सरकार ने "सुशासन और सेवा के संकल्प" को राष्ट्रधर्म और राष्ट्रनीति बनाया है और देश की तरक्की एवं देशवासियों की खुशहाली को ध्यान में रखते हुए ‘कड़े और बड़े फैसले’ ले रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर रामपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 5 साल पहले जब जनता ने सरकार की बागडोर दी थी उस वक्त "घोटालों की तूती बोलती थी और लूट पर सौ प्रतिशत छूट" का दौर था.आज ऐसे "घोटाला करने वाले और घोटालों के चैम्पियन’’ या जेल में हैं, या जेल के दरवाजों पर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने जोर दिया कि भारत का यह दौर "मोदी क्रांति" के तौर पर दुनिया भर में देखा जा रहा है. आज पूरे विश्व का भारत को लेकर नजर और नजरिया सकारात्मक हुआ है, जो हर भारतवासी को गर्वान्वित कर रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहचान कुरीतियों-कुप्रथाओं-करप्शन को ख़त्म करने वाले जन नायक के रूप में जनमानस में पुख्ता स्थान बना चुकी है. जिन फैसलों को लोग असंभव कहा करते थे, वह संभव कर के मोदी सरकार ने अपनी मजबूत राष्ट्रवादी इक्छाशक्ति का प्रमाण दिया है. यह भी पढ़े: राहुल गांधी के इस्तीफे पर मुख्तार अब्बास नकवी का तंज, कांग्रेस को बताया ढोंगियों की पार्टी

उन्होंने कहा कि "बेईमानी के बाहुबलियों" की बेचैनी बदले हुए माहौल का प्रमाण है. "लूट की छूट की सियासी संस्कृति" बंद कर "सेवा और सुशासन" का दौर चल रहा है. नकवी ने कहा कि नरेंद्र मोदी एक मजबूत इच्छाशक्ति वाले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने वोट बैंक की राजनीति को ध्वस्त कर विकास की राजनीति शुरू की है और इसका उदाहरण जीएसटी, नोटबंदी, सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, 370 हटाना जैसे कदम हैं । इनमें राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास के साथ-साथ गरीबों के कल्याण से जुड़े निर्णय शामिल हैं.