RCB Victory Parade Stampede: चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ पर PM मोदी ने जताया दुख, हादसे में 11 की मौत
PM Narendra Modi | PTI

बेंगलुरु: आईपीएल 2025 में पहली बार खिताब जीतने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम जब बेंगलुरु लौटी, तो पूरा शहर जश्न में डूबा हुआ था. हजारों प्रशंसक M चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर टीम को बधाई देने के लिए उमड़ पड़े. लेकिन इस उत्सव का माहौल उस वक्त मातम में बदल गया जब स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए. RCB की जीत की खुशी एक त्रासदी में बदल गई, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे “दिल दहला देने वाला” बताया.

पीएम मोदी ने X पर किए एक पोस्ट में लिखा, "बेंगलुरु में हुआ यह हादसा बेहद दर्दनाक है. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं."

बेंगलुरु में हुआ यह हादसा बेहद दर्दनाक: PM मोदी

स्टेडियम के बाहर जुटी भीड़ ने खो दिया नियंत्रण

RCB की ऐतिहासिक जीत के बाद टीम के सम्मान में चिन्नास्वामी स्टेडियम में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया था. लेकिन जब तीन लाख से अधिक फैंस बिना पास के भी कार्यक्रम में पहुंच गए, तो स्थिति बेकाबू हो गई. फैंस दीवारें और बैरिकेड्स पार कर अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे.

पुलिस का लाठीचार्ज

जब हालात काबू से बाहर हो गए, तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. भगदड़ में घायल हुए लोगों को तुरंत बॉवरिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.

सीएम सिद्धारमैया बोले – जीत की खुशी भी फीकी पड़ गई

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा, “यह घटना इतनी पीड़ादायक है कि इसने जीत की खुशी को भी छीन लिया. हम सबके लिए यह एक चेतावनी है कि जान से बढ़कर कोई उत्सव नहीं होता. मैं अपील करता हूं कि लोग सुरक्षा को प्राथमिकता दें और इस तरह के आयोजनों में संयम रखें.”

प्रत्यक्षदर्शी ने सुनाया दिल दहला देने वाला मंजर

एक प्रत्यक्षदर्शी महेश ने ANI से बात करते हुए कहा, “लोग विराट कोहली और RCB टीम को देखने के लिए दीवाने हो गए थे. कई लड़कियां जबरन गेट धकेलकर अंदर घुसने की कोशिश कर रही थीं. मैंने खुद तीन लड़कियों को गिरते हुए देखा लेकिन कोई उन्हें बचाने नहीं आया.”