भोपाल: मध्य प्रदेश में सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक होने वाली है. इस बैठक में विधायकों द्वारा विधायक दल का नेता चुने जाने की संभावना है. बीजेपी के प्रदेश कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, विधायक दल की बैठक बैठक 11 दिसंबर सोमवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय भोपाल में आयोजित की गई है. बीजेपी विधायक दल की बैठक में पार्टी के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण जी और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा बीजेपी विधायक दल की बैठक में मौजूद रहेंगे. MP: कौन होगा मुख्यमंत्री? मध्य प्रदेश में भाजपा की ‘गुगली‘ का इंतजार.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर 11 दिसंबर सोमवार को प्रातः 10:30 बजे भोपाल पहुंचेंगे. विधायक दल की बैठक को लेकर कार्यालय की भव्य तरीके से साज सज्जा की जा रही है. एक विधायक ने कहा कि बैठक सोमवार शाम चार बजे शुरू होने की उम्मीद है और शाम सात बजे तक मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो सकती है.
बिना सीएम फेस बीजेपी ने लड़ा चुनाव
बीजेपी ने 17 नवंबर को हुए चुनाव में 230 सदस्यीय विधानसभा में 163 सीट जीतकर मध्य प्रदेश में सत्ता बरकरार रखी, जबकि कांग्रेस 66 सीट के साथ दूसरे स्थान पर रही. बीजेपी ने चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर किसी को पेश नहीं किया था और एक तरह से पूरा प्रचार अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर टिका था.
इस बार, शिवराज सिंह बीजेपी ने चौहान को मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश किए बिना विधानसभा चुनाव लड़ा. चौहान चार बार के मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने 2005, 2008, 2013 और 2020 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
कौन हैं सीएम की रेस में
शिवराज सिंह चौहान के अलावा ओबीसी समुदाय के प्रह्लाद पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिमनी के नवनिर्वाचित विधायक नरेंद्र तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, राज्य इकाई के प्रमुख वी डी शर्मा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं.
वर्ष 2003 के बाद से, मध्य प्रदेश में बीजेपी के सभी तीन मुख्यमंत्री, अर्थात उमा भारती, बाबूलाल गौर और चौहान, अन्य पिछड़ा वर्ग से रहे हैं. मध्य प्रदेश में ओबीसी की आबादी करीब 48 फीसदी है.