नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष और अनुसंधान संगठन (ISRO) इस साल अगस्त में चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) लॉन्च करेगा. चंद्रयान-2 मिशन के लगभग 2 साल बाद इसरो इस साल अगस्त महीने में चंद्रयान -3 मिशन को लांच करने वाला है. यह देश के लिए बेहद ही गर्व का विषय है. केंद्र सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण 2022-23 की दूसरी तिमाही में होने की संभावना है. उच्च सदन में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह ने यह जानकारी दी. गगनयान कार्यक्रम के लिए क्रायोजेनिक इंजन का गुणवत्ता परीक्षण सफल: इसरो.
उन्होंने कहा, ‘‘चंद्रयान-3 मिशन प्राप्ति के अग्रिम चरण में है. नोडन मॉड्यूल और रोवर मॉड्यूल दोनों के सभी प्रणालियों को प्राप्त एवं एकीकृत किया गया है और उनका परीक्षण किया गया है. लैंडर मॉड्यूल के अधिकांश प्रणालियों को साकार किया गया है और उनके परीक्षण प्रगति पर हैं.’’
यह पूछे जाने पर कि चंद्रयान-3 को कब प्रक्षेपित किया जाएगा, उन्होंने कहा, ‘‘चंद्रयान-3 को वित्तीय वर्ष 2022-2023 की दूसरी तिमाही में प्रक्षेपित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.’’ एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लैंडर पर एकीकृत संवेदकों और नौवहन संबंधी कार्य निष्पादन परीक्षण पूरे कर लिए गए हैं तथा अन्य परीक्षण प्रगति पर हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सभी निर्धारित परीक्षण चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण से पहले पूरे कर लिए जाएंगे.’’
चंद्रयान -3 में हो रही देरी के सवाल पर जवाब देते हुए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण कई मिशन में देरी हुई है. अंतरिक्ष क्षेत्र के मामले में हुए सुधारों और मांग-संचालित मॉडल के अनुसार यह परियोजनाएं अब भी प्राथमिकता में हैं.
चंद्रयान -2 नहीं हो पाया था पूरी तरह सफल
इससे पहले इसरो ने चंद्रयान-2 लांच किया जा रहा है. इस मिशन को पूरी तरह सफलता नहीं मिल पाई थी. यान का लैंडर और रोवर अपने गंतव्य से दूरी पर क्रैश हो गया था. हालांकि, इस यान का ऑर्बिटर अब भी चंद्रमा की सतह के ऊपर मौजूद है. चंद्रयान -3 को पिछले चंद्रयान -2 मिशन के करीब दो सालों बाद लांच किया जा रहा है.