महाराष्ट्र सरकार स्कूलों को 15 जून से दोबारा खोलने की बना रही है योजना, शिफ्ट में चल सकती हैं क्लासेस
स्कूल| प्रतीकात्मक तस्वीर| (Photo Credit- PTI)

देश में लगातार बढ़ते कोरोनो वायरस (Coronavirus) संक्रमण के बीच, महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt) 15 जून से अपने स्कूलों को फिर से खोलने की योजना बना रही है. राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ (Varsha Gaikwad) ने संकेत दिया है कि स्कूल में वापसी धीरे-धीरे और पहले चरण में नॉन-रेड जोन क्षेत्रों में स्कूलों को खोला जाएगा. लॉकडाउन के चौथे चरण में, महाराष्ट्र में मुंबई, पुणे, ठाणे, नागपुर और 15 अन्य शहर रेड जोन में हैं. द इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया, शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने शिफ्ट में क्लास चलाने, स्कूल के घंटे कम करने, सुबह की सभाओं और खेल गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की योजना की बात कही.

शिक्षा मंत्री ने कहा, सोशल डिस्टेंसिंग जरुरी है. छात्रों को ऑड ईवन रोल नंबर के हिसाब से अलग-अलग शिफ्ट में बुलाने पर विचार किया जा रहा है. एक अन्य विकल्प कक्षा के छात्रों के एक बैच को हर वैकल्पिक दिन पर कॉल करना है." उसने कहा, "हर कीमत पर सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखनी होगी. केवल एक छात्र को ही एक डेस्क पर अनुमति दी जाएगी." यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र: 25 मई से शुरू नहीं हो सकती हवाई उड़ाने, उद्धव सरकार ने लॉकडाउन को लेकर जताई असमर्थता. 

शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा स्कूल बंद होने से विद्यार्थियों की प्रगति पर हानिकारक प्रभाव पड़ेगा, उन्होंने कहा कि सरकार स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों के लिए संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की है. लेकिन जहां तक मुंबई के अन्य स्कूलों की बात है, ये रेड जोन में आते हैं. शिक्षा मंत्री ने संकेत दिया कि "स्कूलों को फिर से खोलने की योजना बनाने से पहले चीजों को और बेहतर बनाने की जरूरत है."

बता दें कि देश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोरोना वायरस लॉकडाउन लगाया गया है. इस वक्त देश में लॉकडाउन का चौथे चरण चल रहा है. इस संक्रमण से पूरे देश में 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सवा लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए हैं. महाराष्ट्र राज्य में कोरोना के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इस वक्त सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने पर सभी को जोर दिया जा रहा है. फिलहाल लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार ने काफी ढील दी है.