कोलकाता, 26 दिसंबर : कोलकाता पुलिस ने उन क्षेत्रों के बारे में स्पष्ट जानकारी प्राप्त करने के लिए शहर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र के तहत सभी क्षेत्रों की मैपिंग करने का निर्णय लिया है, जहां साइबर अपराध की संभावना सबसे अधिक है. शहर पुलिस सूत्रों ने कहा कि अलग-अलग पुलिस स्टेशनों द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले क्षेत्रों में साइबर अपराधों पर भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर डेटा शहर पुलिस मुख्यालय में संकलित किया जाएगा और क्षेत्र के अनुसार मैपिंग की जाएगी.
सूत्रों ने बताया कि व्यक्तिगत पॉकेट के अलावा, मैपिंग में साइबर अपराध-प्रवण पुलिस स्टेशन की भी पहचान की जाएगी. शहर के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "एक बार मैपिंग पूरी हो जाने और साइबर अपराध-प्रवण क्षेत्रों और पुलिस स्टेशनों की पहचान हो जाने के बाद, उन क्षेत्रों में हमारे द्वारा बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा." यह पता चला है कि इस साइबर अपराध-प्रवण क्षेत्र की मैपिंग करने का निर्णय मध्य कोलकाता में शहर पुलिस मुख्यालय में हाल ही में एक बैठक में लिया गया था, इसमें शहर पुलिस के तहत सभी डिवीजनों के प्रभारी पुलिस उपायुक्तों ने भाग लिया था. यह भी पढ़ें : Theft Caught on Camera: हैदराबाद के श्री रेणुका येलम्मा मंदिर में अज्ञात चोरों ने चुराए आभूषण, घटना का वीडियो आया सामने
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शहर पुलिस के अधिकार क्षेत्र के तहत प्रत्येक पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी को शिकायत दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर साइबर अपराध के किसी भी मामले की रिपोर्ट मुख्यालय को देनी होगी. शहर के पुलिस अधिकारी ने कहा,“इससे न केवल साइबर अपराध-प्रवण क्षेत्रों की पहचान करने में बहुत मदद मिलेगी, बल्कि शहर में होने वाले साइबर अपराध के पैटर्न का भी स्पष्ट पता चल जाएगा. हमारे शीर्ष अधिकारी साइबर अपराधों के इस बढ़ते खतरे से निपटने के लिए उच्च-स्तरीय प्रौद्योगिकियों की शुरूआत पर जोर दे रहे हैं और अपने जासूसों को उसके अनुसार प्रशिक्षित कर रहे हैं, जहां निर्दोष लोग तेजी से शिकार बन रहे हैं.”