Major Changes in UPI Payment: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस सप्ताह यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्रणाली में दो महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है. इन बदलावों का उद्देश्य डिजिटल भुगतान को और अधिक सुलभ और उपयोगी बनाना है. यहां हम आपको इन दो बड़े बदलावों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं. Read Also: Mobile Number Suspended: भारत में 70 लाख मोबाइल नंबर बंद! जानें मोदी सरकार ने क्यों लिया इतना बड़ा एक्शन.
टैक्स भुगतान के लिए उच्चतर सीमा
RBI ने टैक्स भुगतान के लिए UPI के जरिए प्रति लेनदेन की सीमा को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है. यह बदलाव उन करदाताओं के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा जो बड़ी रकम का भुगतान डिजिटल रूप से करना चाहते हैं. इस कदम से टैक्स भुगतान की प्रक्रिया को और सरल बनाया जा सकेगा.
RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले सप्ताह मौद्रिक नीति समिति की 50वीं बैठक में इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा, "इससे उपभोक्ताओं द्वारा UPI के माध्यम से टैक्स भुगतान को और आसान बनाया जाएगा."
नया "डेलीगेटेड पेमेंट्स" फीचर
UPI में दूसरा बड़ा बदलाव "Delegated Payments" फीचर के रूप में आया है. इस फीचर के तहत एक प्रमुख उपयोगकर्ता किसी अन्य व्यक्ति (द्वितीयक उपयोगकर्ता) को अपने बैंक खाते से UPI लेनदेन करने की अनुमति दे सकता है, बशर्ते वह एक निश्चित सीमा तक हो.
इस फीचर के माध्यम से एक व्यक्ति को किसी अन्य व्यक्ति को अपने बैंक खाते से UPI लेनदेन की अनुमति देने में सक्षम बनाया जाएगा, बिना इस आवश्यकता के कि द्वितीयक उपयोगकर्ता का स्वयं का UPI से जुड़ा बैंक खाता हो.
RBI के गवर्नर ने बताया कि यह फीचर विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी साबित हो सकता है जो बच्चों और बुजुर्गों की तरह अपने स्वयं के बैंक खाते से UPI से जुड़े नहीं होते हैं.
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के सीईओ दिलीप अस्बे ने सोशल मीडिया पर इस बदलाव की सराहना करते हुए कहा, "भारत में भुगतान प्रणालियों के लिए हमेशा कुछ नया होता है." वहीं, फोनपे के सह-संस्थापक समीर निगम ने डेलीगेटेड पेमेंट्स फीचर की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह "अगले 300-400 मिलियन भारतीयों द्वारा UPI को अपनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा."