
ऑनलाइन ठगी के मामले देश में काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. अब ठग नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं. पुराने तरीकों को लेकर लोग जितने सजग हो रहे हैं स्कैमर्स उससे भी आगे निकलकर कुछ ऐसे ट्रिक्स अपना रहे हैं जिनके बारे में आम आदमी सोच तक नहीं सकता. WhatsApp के जरिए भी एक नया फ्रॉड हो रहा है. फ्रॉड भी ऐसा कि आपको कोई फोटो डाउनलोड की और इधर बैंक अकाउंट खाली.
मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक खतरनाक साइबर ठगी का मामला सामने आया है. एक व्यक्ति को WhatsApp पर एक अनजान नंबर से भेजी गई तस्वीर डाउनलोड करना भारी पड़ गया. तस्वीर डाउनलोड करने के कुछ ही मिनटों में उसका फोन हैंग हो गया और देखते ही देखते उसके बैंक अकाउंट से लगभग 2 लाख रुपये गायब हो गए.
कैसे होता है यह नया स्कैम?
इस नए साइबर फ्रॉड में जालसाज WhatsApp या किसी अन्य मैसेजिंग ऐप पर एक तस्वीर भेजते हैं, जो दिखने में आम लगती है. इसके बाद वे कॉल करके पूछते हैं कि क्या आप इस तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति को पहचानते हैं. जैसे ही यूजर वह फोटो डाउनलोड करता है, उसका स्मार्टफोन क्रैश हो जाता है और हैकर को फोन की पूरी एक्सेस मिल जाती है.
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याद रखें कोई भी अनजान इमेज सिर्फ एक तस्वीर नहीं हो सकती. वो आपके फोन का रास्ता हो सकती है, आपके बैंक तक पहुंचने का.
सावधानी ही सुरक्षा
एक और खतरनाक स्कैम से आपको
आगाह किया जा रहा है जो व्होटसप
के माध्यम से चल रही है सुनिए समझये
रिट्वीट करें 🔃 सेयर करें। 🤷
⚠️ सतर्क और सावधान रहैं!⚠️ pic.twitter.com/479bLNuZ4g
— Ⓢ.Ⓟ (@OfficialSPatel_) April 9, 2025
स्कैमर्स का नया हथियार: Steganography
इस तकनीक का नाम है स्टेगनोग्राफी (Steganography).यह एक डिजिटल ट्रिक है जिसमें किसी सामान्य-सी तस्वीर में छुपाकर खतरनाक लिंक या वायरस डाला जाता है. Kaspersky के अनुसार, Steganography वह प्रक्रिया है जिसमें किसी तस्वीर, ऑडियो, वीडियो या टेक्स्ट में छुपाकर डाटा डाला जाता है, जिसे कोई सामान्य यूजर पहचान नहीं सकता.
इस तस्वीर के अंदर छुपा हुआ लिंक जैसे ही डाउनलोड होता है, एक मालवेयर (वायरस) फोन में इंस्टॉल हो जाता है. यह मालवेयर OTP पढ़ सकता है, फोन की स्क्रीन रिकॉर्ड कर सकता है और बिना आपकी जानकारी के पैसे ट्रांसफर कर सकता है.
कैसे बचें इस धोखाधड़ी से? – अपनाएं ये जरूरी टिप्स
- अनजान नंबर से आई तस्वीर या वीडियो बिल्कुल न खोलें.
- अगर कोई फोटो या वीडियो का साइज असामान्य रूप से ज्यादा है, उसे डाउनलोड न करें.
- WhatsApp को अपने बैंक से लिंक न करें, खासकर जहां ओटीपी आता हो.
- किसी अनजान कॉलर की बातों में न आएं.
- अगर आपको कोई संदिग्ध तस्वीर मिले, तो तुरंत उसे डिलीट करें और नंबर को ब्लॉक करें.
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर या cybercrime.gov.in वेबसाइट पर रिपोर्ट करें.
सरकार ने भी दी चेतावनी
टेलीकॉम विभाग और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने लोगों को इस नई तरह की धोखाधड़ी के खिलाफ चेतावनी दी है. अब OTP या लिंक वाले स्कैम से ज्यादा खतरनाक ये "इमेज बेस्ड स्कैम" हो गया है, जिसमें लोग बिना कुछ क्लिक किए भी फंस रहे हैं.
साइबर दुनिया में बढ़ती चालाकी से रहें सतर्क!
अब स्कैमर्स भी तकनीकी रूप से उन्नत हो रहे हैं. इसलिए जरूरी है कि हम भी साइबर सेफ्टी को गंभीरता से लें. एक छोटी-सी लापरवाही आपकी मेहनत की कमाई को चंद सेकंड में मिटा सकती है.