
टेक की दुनिया, ख़ासकर अमेरिका के सिलिकॉन वैली में, इस समय एक भारतीय नौजवान की कहानी पर बहस कर रही है. सोहम पारेख नाम के इस टेकी पर आरोप है कि उसने एक ही समय में कई टेक कंपनियों को धोखा दिया, नकली बायोडाटा (Resume) का इस्तेमाल किया और एक साथ कई जगहों पर नौकरी (जिसे 'मूनलाइटिंग' भी कहते हैं) की.
यह मामला तब सामने आया जब मिक्सपैनल (Mixpanel) और प्लेग्राउंड एआई (Playground AI) जैसी कंपनियों के सह-संस्थापक (Co-founder) सुहैल दोषी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट डाली. इस पोस्ट में उन्होंने सोहम पारेख को एक "स्कैमर" यानी धोखेबाज़ बताया.
क्या हैं आरोप?
सुहैल दोषी ने अपने पोस्ट में दावा किया कि सोहम पारेख ने कई स्टार्टअप कंपनियों, खासकर वाई-कॉम्बिनेटर (YC-backed) जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं से जुड़ी कंपनियों को अपना शिकार बनाया. दोषी के मुताबिक, उन्होंने सोहम को अपनी कंपनी में नौकरी पर रखा था, लेकिन उसकी झूठी बातों और धोखेबाज़ी के कारण उसे एक हफ़्ते के अंदर ही निकाल दिया.
PSA: there’s a guy named Soham Parekh (in India) who works at 3-4 startups at the same time. He’s been preying on YC companies and more. Beware.
I fired this guy in his first week and told him to stop lying / scamming people. He hasn’t stopped a year later. No more excuses.
— Suhail (@Suhail) July 2, 2025
I want to also say that I tried to talk sense into this guy, explain the impact, and give him a chance to turn a new leaf because sometimes that’s what a person needs. But it clearly didn’t work.
— Suhail (@Suhail) July 2, 2025
Probably 90% fake and most links are gone. pic.twitter.com/h9bnLc8Cwj
— Suhail (@Suhail) July 2, 2025
दोषी ने सोहम का बायोडाटा भी शेयर किया और कहा कि यह "शायद 90% नकली" है. बायोडाटा में डायनमो एआई (Dynamo AI), यूनियन एआई (Union AI) और सिंथेसिया (Synthesia) जैसी बड़ी कंपनियों में काम करने का ज़िक्र था. दोषी का कहना है कि उन्होंने छह से ज़्यादा कंपनियों से बात करके इन दावों की जांच की और उन्हें झूठा पाया.
Not a joke. This is happening real time. This is the 3rd DM today about someone firing him.
soham-gate pic.twitter.com/Ize0JgN4IG
— Suhail (@Suhail) July 2, 2025
सुहैल दोषी ने यह भी बताया कि उन्होंने सोहम को समझाने की कोशिश की थी, लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ.
Another one: pic.twitter.com/JJpyiEe7C4
— Suhail (@Suhail) July 2, 2025
Another one: pic.twitter.com/JJpyiEe7C4
— Suhail (@Suhail) July 2, 2025
टेक जगत में मचा हड़कंप
सुहैल दोषी का यह पोस्ट वायरल होते ही टेक जगत में हड़कंप मच गया. कई और कंपनियों के संस्थापक और सीईओ भी सामने आए और उन्होंने सोहम पारेख के साथ अपने अनुभव साझा किए.
- लिंडी (Lindy) के सीईओ फ्लो क्रिवेलो ने बताया कि उन्होंने सोहम को नौकरी पर रखा था और इंटरव्यू में वह बहुत "होशियार" लगा था. लेकिन सच्चाई सामने आने के बाद उसे तुरंत निकाल दिया गया.
- एंटीमेटल (Antimetal) के सीईओ मैथ्यू पार्खर्स्ट ने भी पुष्टि की कि सोहम ने उनके यहां काम किया था. उन्होंने सोहम को "वास्तव में होशियार और पसंद करने लायक" बताया, लेकिन यह पता चलने पर कि वह कई कंपनियों के लिए एक साथ काम कर रहा है, उसे निकाल दिया.
- कई अन्य लोगों ने भी बताया कि सोहम इंटरव्यू में बहुत अच्छा प्रदर्शन करता था, जिससे उसे नौकरी पाने में आसानी होती थी.
We (startups) need to create a system that tries to find people who do this:
A) KYC everyone
B) have some automated AI way of doing reference check
C) keep private records of people trying to work multiple jobs.
Wondering if Mercury should build this and give it away for free. https://t.co/esZtJSOhUb
— immad (@immad) July 2, 2025
क्या है मूनलाइटिंग का विवाद?
"मूनलाइटिंग" का मतलब है अपनी मुख्य नौकरी के साथ-साथ चुपके से किसी दूसरी कंपनी के लिए भी काम करना. सोहम पारेख के मामले ने स्टार्टअप की दुनिया में इस मुद्दे पर एक नई बहस छेड़ दी है. कई लोगों का मानना है कि यह नैतिक रूप से गलत है और कंपनी के साथ धोखा है. वहीं, कुछ लोग इसे कर्मचारियों के अधिकार से जोड़कर भी देखते हैं.
this is wild, we interviewed him about a year ago and realized his experience all seemed super fishy so decided to pass on him https://t.co/duXzE0krq9 pic.twitter.com/fAhgnxHBcQ
— karine (@karine_exe) July 2, 2025
हालांकि, इस मामले में मुख्य मुद्दा सिर्फ़ मूनलाइटिंग नहीं, बल्कि धोखाधड़ी और नकली बायोडाटा का भी है. कंपनियों का कहना है कि सोहम ने झूठ बोलकर और अपनी योग्यता के बारे में गलत जानकारी देकर नौकरी हासिल की.
Soham Parekh is just the tip of the iceberg, just like this Redditor pulling $800k a yr working 5 jobs.
r/overemployed is a ~500k community where people just maniacally discuss this.
There are 1000s of Soham Parekhs we don't know about. pic.twitter.com/UKyH7uqRUf
— Deedy (@deedydas) July 2, 2025
सोहम पारेख का पक्ष
इस पूरे विवाद पर सोहम पारेख ने सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि, सुहैल दोषी ने बाद में एक और पोस्ट में बताया कि सोहम ने उनसे निजी तौर पर संपर्क किया और पूछा, "क्या मैंने अपना करियर पूरी तरह से बर्बाद कर लिया है? मैं अपनी स्थिति को सुधारने के लिए क्या कर सकता हूं?"
Must suck being an unemployed software engineer and realizing that Soham Parekh has been hired 79 times in the past 4 years
— Austen Allred (@Austen) July 2, 2025
यह मामला स्टार्टअप कंपनियों के लिए एक सबक की तरह है कि उन्हें नौकरी पर रखने से पहले उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि और उनके दावों की अच्छी तरह से जांच (Vetting) करनी चाहिए, खासकर जब काम पूरी तरह से रिमोट यानी घर से हो रहा हो.