Raja Raghuvanshi  Murder Case: हनीमून मर्डर केस में नया मोड़, राजा रघुवंशी की बहन पर हत्या का मुकदमा, वायरल पोस्ट बनी मुसीबत

Honeymoon Murder Case: हनीमून पर हुई राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) की सनसनीखेज हत्या के मामले में एक चौंकाने वाला मोड़ आया है. इस केस ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा था, और अब मृतक राजा की बहन Raja Raghuvanshi's Sister सृष्टि रघुवंशी खुद एक आपराधिक जांच के घेरे में आ गई हैं. गुवाहाटी पुलिस ने सृष्टि के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 302 (हत्या) के तहत एक FIR दर्ज की है. इसके अलावा उन पर भड़काऊ बयान देने और सामाजिक माहौल बिगाड़ने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं.

यह पूरी कार्रवाई सृष्टि के कुछ वायरल सोशल मीडिया पोस्ट के बाद हुई है. सृष्टि ने इन पोस्ट्स में अपनी भाभी और मामले की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी पर कई भावनात्मक आरोप लगाए थे. एक पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि मेघालय में हनीमून के दौरान सोनम ने राजा की "बलि" दे दी. पुलिस का कहना है कि इस बयान में सांप्रदायिक रंग था, जिससे ऑनलाइन तनाव पैदा हुआ.

पुलिस के मुताबिक, सृष्टि के कई पोस्ट वायरल हो गए थे. इनमें #justiceforraja और #trending जैसे हैशटैग का इस्तेमाल किया गया था. कुछ पोस्ट में तो मामले से कोई लेना-देना नहीं रखने वाले प्रमोशन भी किए गए थे. इसी वजह से पुलिस ने उनके पोस्ट को "उकसाने वाला और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाला" मानते हुए कार्रवाई की है.

क्या है हनीमून मर्डर केस?

इंदौर के रहने वाले राजा और सोनम रघुवंशी की 11 मई को शादी हुई थी. शादी के कुछ ही दिन बाद दोनों हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग गए. 23 मई को वे एक होमस्टे से निकले और फिर गायब हो गए. लगभग 10 दिनों की तलाशी के बाद 2 जून को राजा का शव ईस्ट खासी हिल्स में एक खाई से बरामद हुआ. उनके शरीर पर चोट के निशान थे, जिससे हत्या का शक गहरा गया.

मामले में सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने उत्तर प्रदेश के एक पुलिस स्टेशन में सरेंडर कर दिया. जल्द ही उसे और तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस का आरोप है कि यह हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गई थी.

सोशल मीडिया पर क्यों घिरीं बहन?

जैसे ही यह मामला सुर्खियों में आया, राजा की बहन सृष्टि के इंस्टाग्राम वीडियो वायरल होने लगे. उनके 3,94,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. इन वीडियो में कभी वह परिवार के दुख भरे पल दिखातीं, तो कभी सोनम के खिलाफ गुस्से भरे संदेश देतीं. लेकिन कुछ वीडियो में प्रमोशन भी किया गया, जिसके बाद लोगों ने उन पर दुख की घड़ी में "शोहरत बटोरने" का आरोप लगाया.

एक वीडियो को लेकर सबसे ज्यादा विवाद हुआ, जो राजा का शव मिलने से ठीक एक दिन पहले अपलोड किया गया था. इसमें सृष्टि इंदौर की एक मोबाइल दुकान का प्रमोशन कर रही थीं. इस पोस्ट के समय को लेकर लोगों ने उनकी मंशा पर सवाल उठाए.

परिवार की सफाई और पुलिस का नजरिया

असम पुलिस ने अब सृष्टि को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है. इस पर रघुवंशी परिवार ने एक बयान जारी कर कहा है कि उनका इरादा किसी भी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था. उन्होंने कहा कि वे माफी मांगने को तैयार हैं और उनके पोस्ट दुख और न्याय की मांग की वजह से किए गए थे.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि यह मामला दिखाता है कि कैसे सोशल मीडिया पर भावनात्मक अभिव्यक्ति और कानूनी जिम्मेदारी के बीच की रेखा बहुत पतली होती है. उनके पोस्ट को संवेदनशील मामले में हानिकारक माना गया.

यह मामला अब इस बहस को जन्म दे रहा है कि त्रासदियों को सोशल मीडिया पर कैसे दिखाया जाना चाहिए और न्याय की लड़ाई और दिखावे के बीच क्या सीमा होनी चाहिए.