इंडिगो एयरलाइन ने वेब चेक इन सुविधा के लिए अब चार्ज करना शुरु कर दिया है. एयरलाइन की नई संशोधित नीति के तहत 14 नवंबर, 2018 से यह नियम लागू हो गया है. इसके साथ ही वेब चेक-इन सुविधा का उपयोग करने वाले यात्री अब बिना ओवरहेड वाली सीटों का चयन नहीं कर सकते हैं. हालांकि, यात्री 'फ्री' सीटों को चुनने के लिए एयरपोर्ट पर सेल्फ-चेक-इन कियोस्क का इस्तेमाल कर सकते हैं.
एयरलाइंस कंपनी की तरफ से इस बदलाव की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई थी. एक यात्रीद्वारा जब ट्विटर पर इससे जुड़े वाकिए को शेयर किया गया तब इंडिगो का यह नया नियम सामने आया. इंडिगो ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट किया- 'हमारी संशोधित नीति के अनुसार, सभी वेब चेक-इन सुविधा के लिए सारी सीटों पर अब चार्ज लगेगा. हालांकि वैकल्पिक रूप से, आप हवाई अड्डे पर मुफ्त में चेक-इन कर सकते हैं. सीटें उपलब्धता के अनुसार सौंपी जाएगी.'
As per our revised policy, all seats will be chargeable for web check-in. Alternatively, you may check-in at the airport for free. Seats will be assigned as per the availability. ~Prabh
— IndiGo (@IndiGo6E) November 25, 2018
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक लगभग हर बड़ी एयरलाइंस में एकस्ट्रा लेग स्पेस वाली और खिड़की के बगल वाली सीटों के लिए अतिरिक्त शुल्क वसूला जाता है. इंडिगो सीट के लेगरुम या फिर किनारे या विंडो सीट के आधार पर 200 रुपए से लेकर 600 रुपए के बीच शुल्क लेता है. ऑनलाइन चेक-इन प्रक्रिया फ्लाइट के प्रस्थान से 48 घंटे पहले शुरु होती है और 2 घंटे पहले तक चालू रहती है.
एयरलाइन ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर कहा है कि- 'हवाई अड्डे पर लंबी कतारों से बचें और वेब चेक-इन के साथ परेशानी मुक्त यात्रा करें. घरेलू क्षेत्रों में उड़ान भरने वाले यात्री निर्धारित समय से 1 घंटे पहले किसी भी समय वेब चेक-इन कर सकते हैं.' इसके अलावा, सैनिकों, वरिष्ठ नागरिकों, अकेले सफर कर रहे नाबालिग या फिर ग्रुप बुकिंग करने वाले लोग इस वेब चेक इन सुविधा का लाभ नहीं उठा सकते.