नई दिल्ली: देशभर में अफवाहों से बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर सख्त रुख अख्तियार किया है. हाल के दिनों में भीड़ द्वारा की गई हत्याओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने सोशल मैसेजिंग सर्विस प्रदाता कंपनी व्हाट्सऐप को कड़ी हिदायत दी है. सरकार ने व्हाट्सऐप से फेक मैसेजेज को चेक करने और उसको रोकने के लिए कहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि हिंसा की वजह बनने वाले गैरजिम्मेदाराना और भड़काऊ संदेशों को वॉटसऐप पर फैलने से रोकने के लिए जरूरी कदम तुरंत उठाए जाएं. मंत्रालय ने कहा कि वॉट्सऐप अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से भाग नहीं सकती है.
खबरों की मानें तो इस मामलें में गृह मंत्रालय जल्द ही सोशल मीडिया के जरिए फैलने वाली अफवाहों से होने वाली हिंसा रोकने के लिए फेसबुक और ट्विटर की भी मदद लेगा. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि बच्चा चोर होने के शक में पीट कर हत्या करने की हालिया घटनाओं ने सबको चिंतित किया है. बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी. हालांकि बैठक की तारीख अभी तय नहीं हो सकी है.
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘ऐसे मंच से इन गैर जिम्मेदाराना संदेशों और उनके प्रसार का कड़ा संज्ञान लिया है. ऐसे घटनाक्रम पर व्हाट्सऐप के वरिष्ठ प्रबंधन को गहरी नाराजगी जाहिर की है. उन्हें सलाह दी गई है कि इन फर्जी और सनसनीखेज संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए.'
बता दें की पिछले कुछ दिनों में व्हाट्सऐप पर फैली बच्चा चोरी के फर्जी खबरों के चक्कर में 27 लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं. हालांकि व्हाट्सऐप ने कुछ दिनों पहले ही सेंड परमिशन फीचर एक्टिवेट हुआ है. इससे ग्रुप एडमिन मैसेज को भेजने पर रोक लगा सकता है.