नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान 'बुरेवी' के मद्देनजर केरल और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में एनडीआरएफ की टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुतबिक दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर गहरे दबाव के क्षेत्र ने मजबूत होकर मंगलवार को चक्रवाती तूफान 'बुरेवी' का रूप लिया है. मौसम विभाग ने बताया कि दो दिसंबर को त्रिंकोमाली के निकट श्रीलंका तट से चक्रवाती तूफान बुरेवी के रूप में गुजरने का पूर्वानुमान है. इस दौरान 75 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है.
इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (CM Pinarayi Vijayan) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से इस बाबत बात की. केरल के सीएम ने बताया, "पीएम मोदी से चक्रवात की स्थिति के बारे में चर्चा हुई. मैंने उन्हें चक्रवात के मद्देनजर राज्य द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी." न्यूज एजेंसी ANI ने यह जानकारी दी. तमिलनाडु और केरल में 'निवार' के बाद मंडरा रहा चक्रवाती तूफान 'बुरेवी' का खतरा, 2 दिसंबर को पार करेगा श्रीलंकाई तट.
ANI अपडेट:
PM Modi discussed about the cyclone situation with me. I briefed him about the arrangements made by the State in view of the cyclone: Kerala CM Pinarayi Vijayan (in file pic)#CycloneBurevi pic.twitter.com/Mhrg6kCfqE
— ANI (@ANI) December 2, 2020
आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि श्रीलंका के त्रिंकोमाली पहुंचने के बाद बुरेवी के मन्नार की खाड़ी और तमिलनाडु में कन्याकुमारी के आसपास कोमोरिन इलाके की ओर आने की आशंका है. विभाग ने बताया कि उसके बाद वह पश्चिम-दक्षिण पश्चिम की ओर बढ़ेगा और चार दिसंबर की सुबह कन्याकुमारी और पम्बन के बीच दक्षिण तमिलनाडु तट को पार करेगा. विभाग ने पहले कहा था कि दक्षिण तमिलनाडु और दक्षिण केरल में तीन दिसंबर को कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है.
इस बीच मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 30 नवंबर से एक दिसंबर तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में और एक से तीन दिसंबर तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम हिस्से एवं पूर्वी श्रीलंका तट से दूर ही रहें. गौरतलब हो कि इससे पहले ही 25-26 नवंबर की रात तमिलनाडु-पुडुचेरी के समुद्री तट के आसपास निवार तूफान टकराया था.