नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते कहर के बीच राजधानी दिल्ली सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन गैस की किल्लत हो रही है. कई राज्यों के अस्पतालों में मरीजों को इसके लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. इस बीच रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि कोरोना प्रबंधन में राज्यों की मदद करने के लिए केंद्र सरकार 24 घंटे काम कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद 18-19 घंटे काम कर रहे हैं. केंद्र सरकार की ओर से राज्यों के साथ संपर्क साधा गया है और एक दर्जन से अधिक राज्यों को तुरंत अधिक मात्रा में ऑक्सीजन सप्लाई करने का फैसला किया गया है. COVID-19: ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए केंद्र ने कसी कमर, उद्योगों को आपूर्ति रोकी.
समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि रविवार को 12 राज्यों के साथ बैठक में केंद्र सरकार ने उनकी विभिन्न मांगों पर विचार किया. इसमें राज्यों को 6,177 मीट्रिक टन आक्सीजन वितरित करने का फैसला किया गया. इसमें से महाराष्ट्र को सबसे ज्यादा 1,500 मीट्रिक टन आक्सीजन मिलेगी, जबकि दिल्ली 350 मीट्रिक टन और उत्तर प्रदेश को 800 मीट्रिक टन आक्सीजन मिलेगी.
वहीं कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आक्सीजन की आपूर्ति में कमी को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने उद्योगों को आक्सीजन की आपूर्ति पर सोमवार से अगले आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि नौ उद्योगों को इस प्रतिबंध से छूट दी गई है. साथ ही रेलवे ने देश में आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का फैसला किया है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों को मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड कंट्रोल में रखनी चाहिए. डिमांड साइड का मैनेजमेंट भी जरूरी है, जैसे सप्लाई साइड का मैनेजमैंट, ऑक्सीजन को वेस्ट होने से बचाना. बता दें कि महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार समेत देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है.