Ashok Stambh on Moon! चांद पर भारत की छाप छोड़ना Chandrayaan-3, चांद पर बनाएगा राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ

Chandrayaan-3 Moon Landing: पूरी उम्मीद है कि अपना चंद्रयान-3 इस बार सफलता जरूर हासिल करेगा. इसरो वैज्ञानिकों ने इसके लिए पांच साल लगातार कड़ी मेहनत की है. आज शाम को चंद्रयान-3 की लैंडिंग की तैयारी है. चंद्रयान-3 का लैंडर को करीब 30 मीटर की ऊंचाई से चांद पर उतरने में 15 से 20 मिनट का वक्त लगेगा. इस प्रक्रिया के दौरान विक्रम लैंडर से रैम्प की मदद से 6 व्हील वाले प्रज्ञान रोवर को चांद पर उतारा जाएगा. धीरे-धीरे यह बाहर आएगा और यह अपने पहियों के जरिए ही चांद की जमीन पर भारत का राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ को बनाएगा. इस तरह इसरो चांद पर भारत की छाप छोड़ेगा.

सॉफ्ट लैंडिंग के बाद विक्रम लैंडर से रोवर बाहर आएगा. यह रोवर चांद की मिट्टी के नमूने लगेगा, यहां से जुड़ी जानकारियां जुटाकर धरती तक पहुंचाएगा. यह चांद से जुड़ी जो भी जानकारी जुटाएगा, उससे इस ग्रह से जुड़ी कई गुत्थियां सुलझाने में मदद मिलेंगी. Chandrayaan-3 Landing Live Update: चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग आज, यहां जानें पल-पल की लाइव अपडेट

पूरा देश और दुनिया चंद्रयान-3 की लैंडिंग का इंतजार कर रहा है. अगर सॉफ्ट लैंडिंग सफल रही तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत यह कारनामा करने वाला चौथा देश बन जाएगा. इसरो लैंडिंग की प्रक्रिया कई प्लेटफॉर्म पर लाइव दिखाएगा. लाइव शो 23 अगस्त 2023 की शाम 17:27 बजे शुरू होगी. आप इसे इसरो की वेबसाइट, इसरो के यूट्यूब चैनल, इसरो के फेसबुक पेज या फिर डीडी नेशनल टीवी पर देख सकते हैं.

चंद्रयान के जरिए चांद के दक्षिणी ध्रुव पर खनिज और पानी का पता लगाया जाएगा. इसरो का यह मिशन अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के लिए भी अहम होगा, क्योंकि अगले साल नासा भी चांद के दक्षिण ध्रुव पर अंतरिक्षयात्रियों को उतारेगा. इसलिए चंद्रयान-3 मिशन से मिलने वाली हर जानकारी नासा के मिशन के लिए अहम साबित होगी. 23 अगस्त को भारत इतिहास रचने को तैयार है.