देश के सबसे लंबे डबल डेकर पुल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ( Prime Minister Narendra Modi ) कर दिया है, पीएम मोदी ने बोगीबील पुल (Bogibeel Bridge) देश को समर्पित कर दिया है. इसके साथ ही तिनसुकिया-नाहरलगुन इंटरसिटी एक्सप्रेस जो की पहली यात्री रेलगाड़ी है उसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस पुल की वजह से अरुणाचल प्रदेश और चीन की सीमा से सटे अन्य प्रदेशों से आवागमन आसान हो जाएगा. इस पुल की लंबाई 4.94 किलोमीटर है. यह पुल असम के डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) को धीमाजी से जोड़ेगा. इससे रेलयात्रा में लगने वाले समय में 10 घंटे से अधिक की कमी आएगी.
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवे गौड़ा (H.D. Deve Gowda) ने जनवरी 1997 में बोगीबील पुल की आधारशिला रखी थी लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री (Former Prime Minister) अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) द्वारा निर्माण कार्य के शुभारंभ के बाद अप्रैल 2002 में इसका कार्य शुरू हुआ. पिछले 16 वर्षों में इसके निर्माण को पूरा करने के लिये कई बार विभिन्न समय-सीमा तय की गई लेकिन उस अवधि में कार्य पूरा नहीं हो सका.
Assam: Prime Minister Narendra Modi at Bogibeel Bridge in Dibrugarh. It is combined rail and road bridge over Brahmaputra river between Dhemaji district and Dibrugarh district. pic.twitter.com/g7DqYnZXuQ
— ANI (@ANI) December 25, 2018
#WATCH Prime Minister Narendra Modi at Bogibeel Bridge, a combined rail and road bridge over Brahmaputra river in Dibrugarh. #Assam pic.twitter.com/LiTR9jO5ks
— ANI (@ANI) December 25, 2018
बता दें कि स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने इस पुल के निर्माण के लिए लगभग 35400 मीट्रिक टन इस्पात की आपूर्ति की है. इस्पात की यह मात्रा इस पुल के लिए आपूर्ति की जाने वाली इस्पात की कुल मात्रा के 50 प्रतिशत से अधिक है. सेल ने इस 4.94 किमी. लंबे इस पुल के लिए टीएमटी रिबारों, प्लेट्स और स्ट्रक्चरल की भी आपूर्ति की है, जो पुल के ढांचे में मिश्रित वेल्डेड स्टील ट्रस गर्डर्स हैं.
Assam: Prime Minister Narendra Modi flags off the first train on the Bogibeel Bridge in Dhemaji. #Assam pic.twitter.com/wK6OqNRFfk
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इससे पहले, सेल ने भारत के सबसे लंबे पुल ढोला-सादियाब्रिज के निर्माण के लिए 90 प्रतिशत इस्पात की आपूर्ति की थी. ब्रह्मपुत्र नदी पर बना यह पुल 4.9 किमी लंबा है जो एशिया का दूसरा सबसे लंबा रेल और सड़क पुल है. इसकी सेवा अवधि 120 वर्ष है.