मुंबई (Mumbai), दिल्ली और चेन्नई के बाद अब बेंगलुरु (Bengaluru) में भी आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) पुलिस स्टेशन होगा. यह फैसला ऐसे वक्त में आया है जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बताया था कि बेंगलुरु में जमात-ए-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) के 20 से 22 सेल एक्टिव हैं. ऐसे में कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) ने एक समर्पित एटीएस पुलिस स्टेशन की योजना बनाई है. कर्नाटक के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बेंगलुरु का एटीएस पुलिस स्टेशन नवंबर के पहले हफ्ते में अस्तित्व में आ जाएगा. इसके अस्तित्व में आ जाने के बाद यह देश का चौथा एटीएस पुलिस स्टेशन होगा.
बासवराज बोम्मई ने कहा कि शहर में कुछ आतंकवादी समूहों के सक्रिय होने की एनआईए की आशंका को देखते हुए इसका गठन किया गया है. एनआईए के प्रमुख वाई. सी. मोदी ने सोमवार को कहा था कि जेएमबी भारत में अपने पांव पसारने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा था कि 125 संदिग्धों की सूची विभिन्न राज्यों के साथ साझा की गई है. यह भी पढ़ें- NIA के DG वाईसी मोदी का बड़ा खुलासा, बांग्लादेशियों की आड़ में भारत में फैल रहा आतंकी संगठन JMB, कई राज्यों में सक्रिय.
एनआईए के महानिरीक्षक आलोक मित्तल ने कहा कि 2014 से 2018 के बीच जेएमबी ने बेंगलुरु में 20 से 22 ठिकाने स्थापित किए और दक्षिण भारत में अपने पैर पसारने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि जेएमबी ने कर्नाटक सीमा के पास कृष्णागिरि हिल्स में ‘रॉकेट लॉन्चर्स’ का परीक्षण भी किया.