नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के डीजी योगेश चंद्र मोदी (Yogesh Chander Modi) ने कहा कि बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (Jamaat-ul-Mujahideen Bangladesh, JMB) देश में तेजी से पांव पसार रहा है. वाईसी मोदी ने कहा, जेएमबी बांग्लादेशियों की आड़ में देश पांव पसार रहा है. वह असम, झारखंड, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक में सक्रिय है. इस बाबत 125 संदिग्धों की सूची राज्यों को सौंपी गई है. वाईसी मोदी ने कहा कि एनआईए ने पिछले दस सालों में आईएसआईएस, टेरर फंडिंग, जेहादी कार्रवाई सहित कई क्षेत्रों में जांच की है. उन्होंने कहा कि हमें खासकर आतंकी घटनाओं पर बारीक से बारीक चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है.
वहीं एनआईए के आईजी आलोक मित्तल (Alok Mittal) ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग के मामलों में कई संगठनों के प्रमुखों और शीर्ष अलगाववादी नेताओं के को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है. अभी तक किसी को भी जमानत नहीं मिली है. उन्हें हवाला ट्रांसफर और तोहफे के रूप में पाकिस्तान उच्चायोग पैसा भेजा करता था.'
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देश में बढ़ी जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश की गतिविधियां-
National Investigation Agency(NIA) DG Yogesh Chander Modi: We noticed that Jamaat-ul-Mujahideen Bangladesh (JMB) increased their activities in Bihar, Maharashtra, Kerala and Karnataka. Names of 125 suspects have been shared with related agencies pic.twitter.com/Mw54RyHYWW
— ANI (@ANI) October 14, 2019
मित्तल ने आगे कहा, 'पंजाब में आतंकी गतिविधियों को पुनर्जीवित करने के लिए सीमा पार से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. टारगेट किलिंग के आठ मामलों में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें खालिस्तान लिबरेशन फोर्स भी शामिल पाई गई है. इसके लिए ब्रिटेन, इटली, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया से फंड भेजे जाते थे.
जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग के लिए पाकिस्तान उच्चायोग भेजता फंड-
NIA IG Alok Mittal: In the main case of terror funding in J&K, chiefs of proscribed organizations &top separatist leaders have been arrested and chargesheeted. None have got bail so far.They were being funded from Pakistan High Commission, through remittances and hawala transfers pic.twitter.com/HZ47juPV7d
— ANI (@ANI) October 14, 2019
आलोक मित्तल ने कहा, 'सिख फॉर जस्टिस की देश विरोधी गतिविधियों के आधार पर उनके खिलाफ ताजा मामला दर्ज किया गया है. वह सोशल मीडिया पर एक अभियान चला रहे हैं और सिख युवकों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. पिछले साल यूपी के शामली से ऐसे पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. साथ ही उन्होंने इस बात को स्वीकारा था कि वह 'रेफरेंडम 2020' के लिए युवकों को भड़का रहे थे.'