![Amritsar: गुरु ग्रंथ साहिब की गायब प्रतियों को लेकर एसजीपीसी के टास्क फोर्स और गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के बीच झड़प- VIDEO Amritsar: गुरु ग्रंथ साहिब की गायब प्रतियों को लेकर एसजीपीसी के टास्क फोर्स और गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के बीच झड़प- VIDEO](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2020/10/25-3-1-380x214.jpg)
चंडीगढ़: श्री गुरु ग्रंथ साहिब (Sri Guru Granth Sahib) के 328 लापता 'स्वरूपों' को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के टास्क फोर्स और गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के बीच शनिवार को भीषण झड़प हो गई. जिसमें कई लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है.
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के महासचिव हरजिंदर सिंह धामी (Harjinder Singh Dhami) ने कहा “उन्होंने हमारे लोगों पर कृपाण से हमला किया. कुछ लोगों को चोट लगी है और उन में से दो लोगों की हालत गंभीर हैं. घटना के वक्त हमारे लोगों के पास ना तो कृपाण थीं और ना ही लाठी. हम इस घटना की निंदा करते हुए प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते है. यह जानबूझकर किया गया था.” अमृतसर में किसानों का ‘रेल-रोको’ प्रदर्शन जारी
#WATCH Amritsar: Clash broke out between Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee task force & Guru Granth Sahib Satkar Committee today during a protest by latter over demand of FIRs against SGPC employees regarding 328 missing 'saroops' of Sri Guru Granth Sahib. Injuries reported pic.twitter.com/J6uYPUzeLf
— ANI (@ANI) October 24, 2020
करीब एक महिना पहले ही अकाल तख्त ने एसजीपीसी (SGPC) के अधिकारियों को सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की 300 से अधिक प्रतियों के गायब होने के लिए जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने एसजीपीसी के कार्यकारी निकाय को लापरवाही के लिए दोषी ठहराया, जिसके कारण 2013 और 2015 के बीच गुरु ग्रंथ साहिब की 328 'सरूप' या प्रतियां गायब हो गईं थी.
अकाल तख्त मंच से सुनाई गई सजा के तहत एसजीपीसी कार्यकारी निकाय को धार्मिक या सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से 17 अक्टूबर तक के लिए रोक दिया था. हालांकि एसजीपीसी ने अपनी गलती मान ली थी और सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी. गुरु ग्रंथ साहिब को केवल एसजीपीसी द्वारा मुद्रित और वितरित किया जा सकता है, जो एक 100 वर्षीय संगठन है जो देश भर के ऐतिहासिक गुरुद्वारों का प्रबंधन करता है. (एजेंसी इनपुट के साथ)