नयी दिल्ली, 26 सितंबर देश के सात प्रमुख शहरों में जुलाई-सितंबर में मकानों की बिक्री 11 प्रतिशत घटकर 1.07 लाख इकाई रह गई। इसकी मुख्य वजह नए मकानों की कम पेशकश और औसत कीमतों में सालाना आधार पर 23 प्रतिशत की वृद्धि रही।
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक ने बृहस्पतिवार को आंकड़े जारी किए, जिनके अनुसार जुलाई-सितंबर में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,07,060 इकाई रह गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 1,20,290 इकाई थी।
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘ सभी शीर्ष शहरों में आवासीय बिक्री में गिरावट दर्ज की गई।’’
रिपोर्ट में कहा गया, शीर्ष सात शहरों में नई पेशकशों में 19 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। जुलाई-सितंबर 2024 में 93,750 इकाइयां पेश की गईं, जबकि 2023 में इसी अवधि में 1,16,220 इकाइयां पेश की गई थीं।
पुरी ने कहा, ‘‘ फिर भी, यह तथ्य कि बिक्री, पेशकश की तुलना में अधिक रही यह दर्शाता है कि मांग-आपूर्ति समीकरण मजबूत बना हुआ है।’’
उन्होंने बताया कि ऊंची कीमतों तथा मानसून के कारण तीसरी तिमाही में मकानों की बिक्री में कमी आई।
पुरी ने कहा, ‘‘ हमेशा की तरह इस अवधि में ‘श्राद्ध’ आने से भी मांग कुछ हद तक दब गई क्योंकि कई भारतीय इस दौरान मकान नहीं खरीदते।’’
आंकड़ों के अनुसार, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) ने जुलाई-सितंबर तिमाही में शीर्ष सात शहरों में सबसे अधिक 36,190 इकाइयों की बिक्री दर्ज की, जो एक साल पहले की समान तिमाही के 38,505 इकाइयों से छह प्रतिशत कम है।
समीक्षाधीन अवधि में पुणे में बिक्री 22,885 इकाइयों से 17 प्रतिशत घटकर 19,050 इकाई रह गई। दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एनसीआर में आवासीय बिक्री 15,865 इकाइयों से दो प्रतिशत घटकर 15,570 इकाई रह गई।
बेंगलुरु में 16,395 इकाइयों से आठ प्रतिशत घटकर 15,025 इकाई रह गई। हैदराबाद में 12,735 इकाइयों की बिक्री दर्ज की गई, जो 2023 कैलेंडर वर्ष की तीसरी तिमाही की 16,375 इकाइयों से 22 प्रतिशत कम है।
कोलकाता में बिक्री 5,320 इकाइयों से 25 प्रतिशत घटकर 3,980 इकाई रह गई। चेन्नई में जुलाई-सितंबर में बिक्री नौ प्रतिशत घटकर 4,510 इकाई रह गई, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में यह 4,945 इकाई थी।
एनारॉक ने कहा, ‘‘ कच्चे माले की बढ़ती लागतों के साथ-साथ बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि से शीर्ष सात शहरों में औसत आवासीय संपत्ति की कीमतें संयुक्त रूप से सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़ी हैं। यह 2023 की तीसरी तिमाही में 6,800 रुपये प्रति वर्ग फुट से 2024 की तीसरी तिमाही में 8,390 रुपये प्रति वर्ग फुट पहुंच गई।’’
शीर्ष सात शहरों में हैदराबाद में औसत कीमतों में सबसे अधिक 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई।
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