
तिरुवनंतपुरम, 29 मार्च मोहनलाल अभिनीत फिल्म ‘एल2: एम्पुरान’ को लेकर उठे विवाद पर शनिवार को केरल में राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आती रहीं। कांग्रेस ने भाजपा पर फिल्म के प्रति असहिष्णुता दिखाने का आरोप लगाया जबकि दक्षिणपंथी सोशल मीडिया खातों पर इसकी तीखी आलोचना हुई।
हालांकि, प्रदेश भाजपा के बड़े नेताओं ने पृथ्वीराज के निर्देशन में बनी फिल्म के खिलाफ खुले तौर पर कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की, लेकिन पार्टी और संघ परिवार के कार्यकर्ता इसकी आलोचना करते रहे।
यह फिल्म, पृथ्वीराज-मोहनलाल टीम की 'लूसिफर' फिल्म की दूसरी कड़ी है, जो दक्षिणपंथी राजनीति की आलोचना और गुजरात दंगों के उल्लेख के कारण गरमागरम बहस का विषय बन गई है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि फिल्म की भाजपा द्वारा आलोचना करना संघ परिवार की असहिष्णुता का हिस्सा है।
'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' और हाल ही में रिलीज हुई 'इमरजेंसी' जैसी फिल्मों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इन फिल्मों कांग्रेस पार्टी की आलोचना की गई, लेकिन तब भाजपा ने उनका सभी का स्वागत किया।
वेणुगोपाल ने कहा कि वह फिल्म की विषय-वस्तु पर टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि फिल्मों में हमेशा वर्तमान राजनीति पर प्रकाश डाला जाता है।
उन्होंने यहां सचिवालय के सामने संवाददाताओं से कहा, "यह एक वर्ग के लिए फायदेमंद होगा और कुछ अन्य के लिए नहीं। ये सब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा हैं। भाजपा को आत्मचिंतन करना चाहिए कि क्या केवल आलोचना होने पर ही असहिष्णुता दिखाना सही है।"
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता और राज्य के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने फिल्म को फिर से सेंसर करने के कथित कदम का विरोध किया।
उन्होंने एक बयान में दावा किया कि गुजरात दंगा और गोधरा की घटना भारतीय इतिहास का हिस्सा है और इसपर चाहे जितनी भी कैंची चलाई जाए, पीढ़ियां इसे देखेंगी और जानेंगी।
उन्होंने कहा, "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र की आधारशिला है। इसे रोकने के लिए किसी भी कार्रवाई का विरोध किया जाना चाहिए।"
जब पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से फिल्म की तीखी आलोचना पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो भाजपा के वरिष्ठ नेता और अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने कहा कि उन्होंने अभी तक फिल्म नहीं देखी है, लेकिन वह इसे जरूर देखेंगे।
उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एम. टी. रमेश पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि सिनेमा को सिनेमा की तरह ही देखा जाना चाहिए और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने भी इस रुख का समर्थन किया है।
उन्होंने पूछा, "मैं निश्चित रूप से फिल्म देखूंगा। फिल्म देखने में क्या बुराई है?"
सीधे जवाब न देते हुए मंत्री ने कहा कि यह फिल्म राज्य में भाजपा के बारे में घर-घर चर्चा का मार्ग प्रशस्त करेगी, जिससे भगवा पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में "सुपरस्टार" के रूप में उभरने में मदद मिलेगी।
अभिनेता व केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी भी 'एल2: एम्पुरान' विवाद पर सीधी प्रतिक्रिया देने से बचते नजर आए।
जब मीडिया ने बार-बार फिल्म के बारे में पूछा तो नाराज दिख रहे गोपी ने कहा, "अच्छी बातें बोलिए।"
इस बीच, दक्षिणपंथी संगठनों के एक वर्ग ने फिल्म के विवादास्पद कंटेंट के मद्देनजर मोहनलाल का लेफ्टिनेंट कर्नल पद रद्द करने की मांग की।
बृहस्पतिवार को फिल्म रिलीज के पहले दिन ही संघ परिवार ने सोशल मीडिया पर फिल्म की तीखी आलोचना की, जबकि कांग्रेस और वामपंथी समूहों के एक वर्ग ने दक्षिणपंथी राजनीति को "खलनायक" के रूप में चित्रित करने के लिए फिल्म की सराहना की।
सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार को दुनिया भर में रिलीज हुई 'एल2: एम्पुरान' ने पहले दिन अकेले केरल में 746 स्क्रीन पर 4,500 शो दिखाए।
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