
Wipro Financial Results 2024: सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की प्रमुख कंपनी विप्रो का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में 25.9 प्रतिशत बढ़कर 3,569.6 करोड़ रुपये हो गया है. हालांकि, कंपनी ने वैश्विक बाजार की अनिश्चितताओं के कारण आने वाली तिमाही में आईटी सेवाओं से होने वाली आमदनी में 3.5 प्रतिशत तक की गिरावट का अनुमान जताया है.
विप्रो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) श्रीनि पलिया ने कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण ग्राहक अब ज्यादा सतर्क हो गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी इस स्थिति का सामना करते हुए ग्राहकों के साथ घनिष्ठ साझेदारी पर ध्यान केंद्रित कर रही है. पलिया का कहना था कि विप्रो निरंतर विकास और लाभ में वृद्धि के लिए काम कर रहा है.
अमेरिका द्वारा शुल्क में वृद्धि और अन्य आर्थिक कदमों ने वैश्विक बाजारों को प्रभावित किया है, जिससे आईटी कंपनियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. कई विशेषज्ञों का मानना है कि व्यापार युद्ध और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संभावित मंदी के कारण आईटी क्षेत्र में मांग में कमी हो सकती है.
विप्रो की कुल आमदनी 22,504.2 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की इसी तिमाही से 1.33 प्रतिशत अधिक है. हालांकि, वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 18.9 प्रतिशत बढ़कर 13,135.4 करोड़ रुपये हो गया, जबकि उसकी कुल आमदनी 0.74 प्रतिशत घटकर 89,088.4 करोड़ रुपये रही.
कंपनी ने यह भी बताया कि अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में आईटी सेवा कारोबार से उसकी आमदनी में 1.5 प्रतिशत से 3.5 प्रतिशत तक की गिरावट का अनुमान है.
पलिया ने कहा, "वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद हम अपने ग्राहकों के साथ मजबूत साझेदारी बनाने में जुटे हैं. पिछले साल कंपनी ने दो बड़े सौदे हासिल किए हैं, जिससे उसका व्यापार बढ़ा है."
विप्रो के कर्मचारियों की संख्या तिमाही के अंत में 2,33,346 थी, जो पिछले साल से थोड़ा अधिक है. हालांकि विप्रो का शुद्ध लाभ बढ़ा है, कंपनी को आने वाली तिमाही में और भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.