मुंबई, 7 फरवरी: मुंबई पुलिस को एक रियल एस्टेट कारोबारी से 164 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की कोशिश करने के आरोप में पिछले महीने गिरफ्तार किये गये कुछ व्यक्तियों के पास से 200 से अधिक फाइल और दस्तावेज मिले हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ये फाइल और दस्तावेज उन मामलों से संबंधित हैं जिनकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही है.
पुलिस ने पहले कहा था कि जबरन वसूली मामले में गिरफ्तार छह आरोपियों ने रियल एस्टेट कारोबारी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की या धनराशि नहीं देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी थी. एक अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान, अपराध शाखा दल ने पाया कि आरोपी व्यक्तियों के पास उन मामलों से संबंधित 200 से अधिक फाइल और कागजात हैं जिनकी जांच ईडी द्वारा की जा रही है. उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान ये जानकारियां सामने आईं.
उन्होंने कहा कि पुलिस को संदेह है कि गिरफ्तार व्यक्तियों ने व्यापारियों और बिल्डर को उनके खिलाफ ईडी की कार्रवाई की धमकी देकर 100 करोड़ रुपये से अधिक की उगाही की होगी. अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के पास से मिले कागजात में महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले से संबंधित कागजात भी शामिल हैं, जिसमें 30 से अधिक व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है. पिछले महीने, बांद्रा पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 386 के तहत मामला दर्ज किया गया था और अपराध शाखा इसमें आगे की जांच कर रही है.
अधिकारी ने कहा कि प्राथमिकी में "ईडी के एक व्यक्ति" का भी नाम है. मुंबई अपराध शाखा के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि जबरन वसूली मामले में मुख्य आरोपी भी एक बिल्डर है जो कभी एक रियल एस्टेट परियोजना में शिकायतकर्ता का साझेदार था. शिकायतकर्ता के अनुसार, वह और आरोपी बिल्डर मुंबई के बांद्रा इलाके में एक पुरानी हाउसिंग सोसाइटी बिल्डिंग का संयुक्त रूप से पुनर्विकास कर रहे थे.
हालांकि आरोपी का काम संतोषजनक नहीं होने के कारण सोसायटी ने शिकायतकर्ता को पूरे परिसर के विकास का अधिकार दे दिया।
अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता ने बाद में आरोपी का सारा बकाया चुका दिया. पिछले महीने शिकायतकर्ता को पता चला कि आरोपी उसके खिलाफ मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) और ईडी में शिकायत दर्ज कराने जा रहा है. मामले को सुलझाने के लिए वह अपने पूर्व साझेदार से एक कैफे में मिला, जहां आरोपी ने कथित तौर पर 164 करोड़ रुपये की मांग की.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)