तोक्यो के पश्चिम में कानागावा प्रान्त के कई क्षेत्रों में बाढ़ की सूचना है, जहां सड़कें अवरुद्ध हो गईं और यातायात बाधित हो गया. तोक्यो, कानागावा और निकटवर्ती शिजुओका प्रान्त में भारी बारिश तथा भूस्खलन के खतरे की चेतावनी जारी की गई है. सरकारी चैनल ‘एनएचके’ में प्रसारित फुटेज में दिख रहा है कि तोक्यो में चेरी ब्लॉसम देखने के लोकप्रिय स्थलों में से एक मेगुरो नदी में कीचड़ वाला पानी बह रहा है और नदी का जलस्तर सामान्य से काफी ऊपर पहुंच गया है. फुटेज में दिख रहा है कि हिरात्सुका शहर में पार्किंग में खड़ी 12 से अधिक कार आधी डूब गई हैं और घुटने से ऊपर तक भरे पानी के बीच एक पैदल व्यक्ति गुजर रहा है. कानागावा के अन्य शहर निनोमिया में नदी का पानी सड़कों पर आ गया है जिससे वाहन फंस गए.
तूफान ‘शानशान’ ने बृहस्पतिवार सुबह क्यूशू के दक्षिणी मुख्य द्वीप पर दस्तक दी थी. उस समय यह काफी शक्तिशाली था लेकिन बाद में धीरे-धीरे कमजोर होता चला गया. हालांकि, इसके आगे बढ़ने की रफ्तार काफी कम है और शुक्रवार की सुबह यह क्यूशू के उत्तरपूर्वी तट से कुछ ही दूरी पर सक्रिय था. विशेषज्ञों का कहना है कि तूफान की धीमी गति के कारण बारिश की मात्रा और अवधि बढ़ जाती है जिससे आपदा का खतरा पैदा हो जाता है. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि ‘शानशान’ 72 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा के साथ शिकोकू और होन्शू मुख्य द्वीपों की तरफ पूर्व में बढ़ रहा है, लेकिन इसके आगे बढ़ने की गति सिर्फ 10 किलोमीटर प्रति घंटा है. एजेंसी ने अगले 24 घंटे में शनिवार दोपहर तक शिकोकू और मध्य जापान में 30 सेंटीमीटर तक और तोक्यो तथा आसपास के प्रान्तों में 15 सेंटीमीटर तक बारिश का पूर्वानुमान जताया है. यह भी पढ़ें: Japan Storm: जापान में तूफान के कारण भारी बारिश, कम से कम तीन लोगों की मौत
क्यूशू क्षेत्र में लगभग 80 लोगों के घायल होने की सूचना है. घायलों में अधिकतर लोग मियाजाकी और कागोशिमा के हैं. इसके अलावा दो लोग लापता हैं. दक्षिण-पश्चिमी शहरों को जोड़ने वाली सैकड़ों घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गईं, और शुक्रवार को तोक्सो और ओसाका के बीच शिंकानसेन बुलेट ट्रेन की सेवा को रोक दिया गया. डाक और सामान पहुंचाने वाली सेवाएं निलंबित कर दी गईं. क्यूशू और शिकोकू के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों में सुपरमार्केट और अन्य दुकाने बंद कर दी गई हैं. ‘टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन’ और ‘माजदा मोटर कॉर्पोरेशन’ सहित ऑटोमोबाइल निर्माताओं ने प्रभावित क्षेत्रों में अपने कारखानों को शुक्रवार तक बंद कर दिया.