कोलकाता, 01 सितंबर: सरकार दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं के निर्यात पर नियंत्रण बढ़ाएगी। विदेश व्यापार महानिदेशक संतोष सारंगी ने शुक्रवार को कहा कि इन वस्तुओं को सरकार से इतर तत्वों और आतंकवादियों के हाथों में पड़ने से बचाने के लिए ऐसा किया जाएगा. दोहरे उपयोग वाली वस्तुएं वे हैं जिनका इस्तेमाल नागरिक और सैन्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है. सारंगी ने यहां इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स में कहा कि भारत अब ऑस्ट्रेलिया समूह जैसे कई बहुपक्षीय समूहों का हिस्सा है. उन्होंने कहा, ''बढ़े हुए निर्यात नियंत्रण से यह सुनिश्चित होगा कि ये दोहरे उपयोग वाली वस्तुएं सरकार से इतर तत्वों और आतंकवादियों के हाथों में न पड़ें.''
सारंगी ने यह भी कहा कि डीजीएफटी (विदेश व्यापार महानिदेशालय) अंतर-मंत्रालयी परामर्श के बाद दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं की एक विशेष रसायन, जीव, सामग्री, उपकरण और प्रौद्योगिकी (विशेष स्कोमेट) की सूची तैयार कर रहा है.उन्होंने कहा, ''हमारे पास दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं के निर्यात पर नियंत्रण की सख्त व्यवस्था है। हम उन देशों पर भी नजर रखते हैं, जहां ये वस्तुएं भेजी जाती हैं.''
विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (निशस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामले) मुआनपुई सैयावी ने कहा कि प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के क्षेत्र में दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं के निर्यात पर नियंत्रण 'चुनौतीपूर्ण' है और इसके लिए सरकार, उद्योग और अन्य संबंधित पक्षों के बीच साझेदारी महत्वपूर्ण है.
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