Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान संकट के बीच एअर इंडिया ने रद्द की काबुल की अपनी एकमात्र उड़ान
एयर इंडिया (File Photo)

नई दिल्ली: एअर इंडिया (Air India) ने सोमवार को पूर्वनिर्धारित अपनी दिल्ली-काबुल-दिल्ली उड़ान (Delhi Kabul Delhi Flight) को रद्द कर दिया. इसके साथ ही कंपनी पश्चिमी देशों से भारत आने वाले विमानों का परिचालन अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र से करने से बच रही है. एअर इंडिया ने यह कदम काबुल हवाई अड्डे के अधिकारियों द्वारा ‘अनियंत्रित’ स्थिति घोषित किए जाने के बाद उठाया. वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भारत और अफगानिस्तान के बीच सोमवार को निर्धारित यह एकमात्र वाणिज्यिक उड़ान थी और एअर इंडिया एकमात्र विमानन कंपनी है जो दोनों देशों के बीच विमानों का परिचालन कर रही है.

गौरतलब है कि रविवार को काबुल में तालिबान के प्रवेश से पहले ही राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया जिसके बाद अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर अस्थिरता के बादल मंडरा रहे हैं. काबुल हवाई अड्डा प्राधिकारियों द्वारा सोमवार को जारी घोषणा (नोटम) के मुताबिक अफगानिस्तान का हवाई क्षेत्र सेना को दे दिया गया है और किसी भी विमान की आवाजाही ‘अनियंत्रित’ होगी.

एक अन्य ‘नोटम’ में कहा गया कि काबुल हवाई अड्डे के नागरिक विमानन वाले हिस्से को अगली सूचना तक बंद कर दिया गया है. इसके बाद भारत और पश्चिमी देशों के बीच उड़़ानों का परिचालन करने वाली कंपनियां जैसे ‘एअर इंडिया’, ‘यूनाइटेड एयरलाइंस’ और ‘तेरा एविया’ ने सोमवार को अफगान हवाई क्षेत्र से बचने के लिए अपनी उड़ानों के मार्गों में परिवर्तन किया. अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को एअर इंडिया के सान-फ्रांसिस्को-दिल्ली उड़ान और शिकागो-दिल्ली उड़ान को शरजाह की ओर मोड़ा गया. यह भी पढ़ें: Afghanistan Crisis: काबुल एयरपोर्ट पर मची भीड़ के चलते कमर्शियल उड़ानें रद्द

इस बीच, ‘तेरा एविया’ का विमान अजरबैजान के बाकू से दिल्ली आ रहा था और सोमवार की सुबह उसने अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था, लेकिन तुरंत उसने ‘यू टर्न’ लिया और अफगान हवाई क्षेत्र से बचने का फैसला किया. न्यूयॉर्क से मुंबई आने वाले यूनाइटेड एयरलाइंस के विमान ने भी अफगान हवाई क्षेत्र से बचने के लिए अलग और अपेक्षाकृत लंबा रास्ता चुना.

विस्तार एयरलाइंस के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी दिल्ली से लंदन के बीच सप्ताह में चार उड़ानों का परिचालन करती है लेकिन उसने अफगान हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है और लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे से वह वैकल्पिक रास्ते से अपने विमानों का परिचालन कर रही है. निजी विमानन कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ हम संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और स्थिति की निगरानी व आकलन कर रहे हैं ताकि हमारे यात्रियों, कर्मचारियों और विमान की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जा सकें.’’

कंपनी ने कहा कि वह दिल्ली-लंदन के बीच उड़ानों की संख्या में कटौती नहीं करेगी. भारत और ब्रिटेन के बीच उड़ानों का परिचालन करने वाली ब्रिटिश एयरवेज ने रविवार को अफगान हवाई क्षेत्र से बचने की घोषणा की थी.

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