
Earthquake In Afghanistan: अफगानिस्तान में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, यह भूकंप शुक्रवार (21 फरवरी) रात 1 बजे आया, जिसकी तीव्रता 4.9 मापी गई. इसकी गहराई 160 किलोमीटर थी, जिससे कंपन का प्रभाव दूर तक महसूस किया गया. झटके लगते ही लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए, हालांकि अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है.
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अफगानिस्तान में भूकंप से लोगों में दहशत
EQ of M: 4.9, On: 21/03/2025 01:00:57 IST, Lat: 36.48 N, Long: 71.45 E, Depth: 160 Km, Location: Afghanistan.
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— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) March 20, 2025
अफगानिस्तान भूकंप की दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र है। इसका मुख्य कारण हिंदूकुश पर्वत श्रृंखला के पास स्थित होना है, जहां यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं। इन प्लेटों के निरंतर टकराव से भूगर्भीय तनाव उत्पन्न होता है, जिससे बार-बार भूकंप आते हैं। खासकर चमन फॉल्ट लाइन और अन्य सक्रिय दरारों के कारण यह इलाका भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है.
गहराई से तय होता है भूकंप का प्रभाव
भूकंप की गहराई उसके प्रभाव को निर्धारित करती है। उथले (कम गहराई वाले) भूकंप अधिक खतरनाक होते हैं क्योंकि उनकी ऊर्जा सतह के पास ही निकलती है, जिससे इमारतों को ज्यादा नुकसान होता है. दूसरी ओर, गहरे भूकंपों की ऊर्जा सतह तक पहुंचते-पहुंचते कमजोर हो जाती है. हालांकि, हिंदूकुश क्षेत्र में दोनों प्रकार के भूकंप देखे जाते हैं, जिससे यह इलाका लगातार खतरे में रहता है.
हाल ही में आए भूकंपों पर नजर
- 9 फरवरी: अफगानिस्तान में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई 255 किमी थी.
- 13 मार्च: 4.0 तीव्रता के भूकंप ने फिर से लोगों को हिला दिया.