अमेरिका के साउथ कैरोलिना में एक रिसर्च फैसिलिटी से 40 बंदर भाग गए, और अब पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है. बुधवार रात को यह घटना हुई, जिसके बाद पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां बंदरों की वापसी के लिए जाल बिछा रही हैं और अत्याधुनिक तकनीक का सहारा ले रही हैं. ये बंदर साउथ कैरोलिना के बीउफोर्ट काउंटी के येमेसी में स्थित अल्फा जेनेसिस नामक रिसर्च फैसिलिटी से भागे. अल्फा जेनेसिस का दावा है कि वह "नॉन-ह्यूमन प्राइमेट उत्पाद और बायो-रिसर्च सेवाएं" प्रदान करता है. यह कंपनी बंदरों के जरिए विभिन्न मेडिकल ट्रायल्स और शोध करती है, जिसमें दिमागी रोगों के इलाज से संबंधित शोध शामिल हैं.
पुलिस ने बंदरों को वापस लाने के लिए कई जाल लगाए हैं और थर्मल इमेजिंग कैमरों का उपयोग कर रही है. येमेसी के शेरिफ डिपार्टमेंट ने स्थानीय निवासियों को सलाह दी है कि वे अपने दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें, ताकि ये बंदर उनके घरों में न घुस पाएं. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर किसी को बंदर दिखाई दे, तो वे उससे दूर रहें और 911 पर तुरंत कॉल करें.
विभाग ने भागे हुए बंदरों की नस्ल का खुलासा नहीं किया है, अल्फा जेनेसिस की वेबसाइट के अनुसार, यह कंपनी मुख्यतः मकाक और कैपुचिन नस्ल के बंदरों के साथ काम करती है.
यह स्पष्ट नहीं है कि भागने वाले बंदर किस प्रकार के शोध में शामिल थे और क्या उन्हें किसी बीमारी का जोखिम है. हालांकि, रिसर्च फैसिलिटी में प्रयोगों में हिस्सा लेने वाले बंदरों का किसी न किसी प्रकार की बीमारी के संपर्क में आने का खतरा रहता है. अल्फा जेनेसिस कंपनी ने इस मामले पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है.
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
बीउफोर्ट काउंटी के पोस्ट एंड कूरियर अखबार के मुताबिक, इस क्षेत्र में बंदरों के भागने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. मई 2023 में भी ऐसी ही घटना हुई थी. वहीं, 2016 में 19 बंदर सुरक्षा से बचकर भाग गए थे, जिन्हें 6 घंटे बाद फिर से पकड़ लिया गया था. इसी तरह, 2022 में पेंसिल्वेनिया में एक ट्रैफिक एक्सीडेंट के बाद तीन बंदर भाग गए थे.