डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय पत्रकार कैलावेरिटा माटेओस ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं और लिखा है, ‘चुबुत (Chubut) में यूएफओ की ये सबसे अच्छी तस्वीरें’ हैं. इन तस्वीरों को मुझे इलाके के एक निवासी ने भेजी थीं, जिसने खुद की पहचान गुमनाम रखी है’. दावा है कि एलियंस के विमान की तस्वीरों को अर्जेंटीना के चुबुत के छोटे से शहर एल एस्कोरियल के पास लिया गया था.
‘UFO’ को लेकर माटेओस ने कहा कि अधिकारियों ने ये कहा है कि वो इन तस्वीरों का विश्लेषण करेंगे और फिर बाद में विशेषज्ञों की एक टीम भी गठित की जाएगी, जो इसकी सच्चाई को उजागर करने का काम करेंगे.
सोशल मीडिया यूजर्स फोटो को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कोई कह रहा है कि ‘एलियंस सच में हमारे बीच ही हैं’, तो कोई पूछ रहा है कि ‘यूएफओ की तस्वीरें खींचने वाला आखिर गुमनाम क्यों रहना चाहता है? वहीं एक यूजर ने इन तस्वीरों को नकली बताया है.
हालांकि एलियंस और यूएफओ के अस्तित्व को पूरी तरह से नकारा भी नहीं जा सकता, क्योंकि दुनिया के बड़े-बड़े वैज्ञानिक भी इसकी खोज में जुटे हुए हैं और शायद उन्हें भी ऐसा लगता है कि एलियंस जैसे जीव कहीं न कहीं तो ब्रह्मांड में हैं.
Fotografían Objeto no Identificado en la Patagonia de #Argentina. (Agosto 2023). #Uaps #uap #ufo #ovni #ufo5537 #zabedrosky #Chubut
Fuente @Mauro_Mateos ✓. pic.twitter.com/dibrMqx38c
— ⚠️Alerta Climagram🌎ᵘᶠᵒ (@deZabedrosky) August 13, 2023
यूएफओ एलियन सिद्धांत इस विचार के इर्द-गिर्द घूमता है कि अज्ञात उड़ने वाली वस्तुएं (यूएफओ) वास्तव में एलियंस द्वारा संचालित अंतरिक्ष यान हैं.
रोसवेल घटना: ये बात है साल 1947 के गर्मियों की जब एक पशुपालक ने न्यू मेक्सिको राज्य के रोसवेल में भेड़ों को चराते हुए एक अज्ञात मलबे की खोज की. कई लोगों का मानना था कि ये UFO का मलबा है. लेकिन स्थानीय एयरफोर्स बेस के अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि ये सिर्फ एक गुब्बारा था, जो दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
हालांकि, जिन लोगों ने कथित क्रैश UFO का मलबा देखा था और अखबार में इसकी तस्वीर देखी थी. इससे ये बात तो स्पष्ट हो चुकी थी कि ये गुब्बारा नहीं था. अभी तक कुछ लोगों का मानना था कि ये क्रैश हुई चीज पृथ्वी से बाहर से आई थी. उन्होंने तर्क दिया कि ब्रैजल के खेत में मिली ये चीज एलियन स्पेसक्राफ्ट था.
अपहरण की कहानियां: इस सिद्धांत के कुछ समर्थकों का दावा है कि कुछ व्यक्तियों का एलियंस द्वारा अपहरण कर लिया गया है और उन्हें विभिन्न प्रयोगों या टेस्ट के अधीन किया गया है.
सरकारी लीपापोती: इस सिद्धांत का प्रस्ताव है कि दुनिया भर की सरकारें और सैन्य संगठन इन UFO देखे जानी की घटनाओं से अवगत हैं, लेकिन सक्रिय रूप से इस जानकारी को जनता से छिपा रहे हैं. माना जाता है कि इस कथित कवर-अप में वर्गीकृत दस्तावेज़, गुप्त संगठन और दुष्प्रचार अभियान शामिल हैं.
प्राचीन एलियन परिकल्पना: इस सिद्धांत का एक अन्य पहलू बताता है कि एलियंस पूरे इतिहास में मनुष्यों के साथ बातचीत करते रहे हैं, मानव सभ्यता और तकनीकी प्रगति को प्रभावित करते रहे हैं. इस विचार का उपयोग अक्सर प्राचीन कलाकृतियों, संरचनाओं और लेखों की व्याख्या करने के लिए किया जाता है, जिनके बारे में कुछ लोगों का मानना है कि ये अलौकिक भागीदारी के सबूत दिखाते हैं.