El Nino May Affect Monsoon In India: भारत एक कृषि प्रधान देश है. जिसके कारण यहां बड़े पैमाने पर कृषि का कार्य होता है. तथा भारत की जनसंख्या का एक बड़ा विभाग कृषि करके अपने जीवन यापन करता है. लेकिन भारत के लिए बुरी खबर है. देश पर 'अल नीनो' का खतरा मदरा मडरा रहा है. अल नीनो के चलते जहां यह मौसम को प्प्रभावित कर सकता है. वहीं अल नीनो मानसून पर भी असर डाल सकता है. जिसे देश में बारिश कम हो सकती है. दरअसल अल नीनो और ला नीना प्रशांत महासागर में जलवायु पैटर्न हैं जो दुनिया भर में मौसम को प्रभावित कर सकते हैं. मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अल नीनो मौसम पैटर्न इस वर्ष कम मानसूनी वर्षा का कारण बन सकता है.

बता दें कि कि ला नीना एक समुद्री और वायुमंडलीय घटना है जो एल नीनो के विपरीत ठंडा (कोल्ड) होता है. भारत में 2018 में आखिरी अल नीनो प्रभाव देखने को मिली थी. जिसके चलते 2018 में सामान्य से कम बारिश हुई थी.

 जानें अल नीनो किसे कहते है:

ऊष्ण कटिबंधीय प्रशांत के भूमध्यीय क्षेत्र में समुद्र का तापमान और वायुमंडलीय परिस्थितियों में आये बदलाव के लिए जिम्मेदार समुद्री घटना को अल नीनो कहते हैं. इस बदलाव के कारण समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से बहुत अधिक हो जाता है। ये तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक हो सकता है.

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