पहले कोरोना संक्रमण की दहशत, इसके बाद चातुर्मास के कारण विवाह की शुभ तिथियाँ बन नहीं पा रही थीं, कोरोना काल में विवाह के उपयुक्त कुछ शुभ लग्न बनें भी तो, वे लॉक डाउन की भेंट चढ़ गए. इस दरम्यान गिनी चुनी जो शादियां हुईं, भी, तो वे महज औपचारिकताएं ही रहीं. यह भी पढ़े: Karwa Chauth 2021: करवाचौथ के दिन न करें ये छह कार्य! वरना नहीं मिलेगा पुण्य-फल!
लेकिन 14 नवम्बर 2021 को देवोत्थान एकादशी के साथ ही लोगों के घरों में शादी की जोर-शोर से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. बाजार में शादी-व्याह से संबंधित आभूषण, लहंगों, कपड़ों आदि की दुकानों पर बढ़ती भीड़ तो यही संकेत दे रही हैं. लेकिन इस वर्ष देव उठनी एकादशी यानी 14 नवंबर 2021 से 14 दिसंबर 2021 तक के काल में मात्र 13 दिन ही विवाह के योग बन रहे हैं.
क्यों नहीं होती चातुर्मास में शादियां?
14 नवंबर 2021 को देवोत्थान एकादशी है, इसे प्रबोधिनि या देव उठनी एकादशी भी कहते हैं. भगवद् पुराण के अनुसार आषाढ शुक्लपक्ष की 11वीं तिथि (देवशयनी एकादशी) से चार मास के लिए भगवान श्रीहरि (विष्णु जी) क्षीर सागर में विश्राम के लिए प्रस्थान कर जाते हैं. कार्तिक शुक्लपक्ष की 11वीं तिथि (देवउठनी एकादशी) के दिन वह जागृत अवस्था में आकर पुनः प्रकृति संचालन का कार्य शुरू करते हैं. हिंदू शास्त्रों के मुताबिक चूंकि श्रीहरि प्रकृति का संचालन करते हैं, इसलिए उनके विश्रामकाल के दौरान कोई भी शुभ कार्य संपन्न नही किये जाते.
तुलसी-शालिग्राम विवाह से शुरू होगा शादियों का सिलसिला!
देवउठनी एकादशी के अगले दिन यानी अंग्रेजी तिथिनुसार 15 नवंबर 2021 को लगभग हर हिंदू घरों में तुलसी और शालिग्राम का वैदिक रीति के अनुसार विवाह होता है. यूँ तो यह विवाह कार्तिक पूर्णिमा तक चलता है, लेकिन आम हिंदू घरों में विवाह का सिलसिला तुलसी विवाह के साथ ही शुरू हो जाते हैं.
नवंबर/दिसंबर में केवल 13 तिथियाँ!
15 नवंबर 2021 से 14 दिसंबर 2021 तक कुल 13 तिथियो में विवाह योग्य मुहूर्त बन रहे हैं. इस दरम्यान हिंदू धर्म के अंतर्गत आने वाले सभी शुभ कार्य किये जा सकते हैं. चूंकि 15 दिसंबर 2021 से खरमास प्रारंभ हो जायेगा, जो 14 जनवरी 2022 तक चलेगा. सनातन धर्म में खरमास में भी किसी प्रकार के शुभ मंगल कार्य नही होते.
इसलिए 14 दिसंबर के बाद अगले वर्ष यानी 2022 में ही विवाह के नये मुहूर्त निकाले जा सकेंगे. इसलिए अगर आप घर में किसी की यथाशीघ्र विवाह करवाना चाहते हैं तो 14 दिसंबर 2021 के भीतर अपनी सुविधानुसार :किसी भी तारीख में विवाह संपन्न करवा सकते हैं. इन दो माह में पड़ने वाले शुभ मुहूर्तों का विवरण नीचे दिया गया है.
नवंबर माह के शुभ मुहूर्त
15, नवंबर 2021 (सोमवार)
16, नवंबर 2021 (मंगलवार)
20, नवंबर 2021 (शनिवार)
21, नवंबर 2021 (रविवार)
28, नवंबर 2021 (रविवार)
29, नवंबर 2021 (सोमवार)
30 नवंबर 2021 (मंगलवार)
दिसंबर माह के शुभ मुहूर्त
01, दिसंबर 2021 (बुधवार)
02, दिसंबर 2021 (गुरुवार)
06, दिसंबर 2021 (सोमवार)
07, दिसंबर 2021 (मंगलवार)
11, दिसंबर 2021 (शनिवार)
13, दिसंबर 2021 (सोमवार)