कुंभ-2019: जानें पवित्र शाही स्नान की तारीखें, 'कल्चरल हेरिटेज’ का मिल चुका है दर्जा
कुंभ मेला (File Photo)

इलाहाबाद: संगमनगरी इलाहाबाद में 2019 में लगने वाले कुंभ के शाही स्नान की तैयारी पुरे जोर शोर से चल रही है. आगामी कुंभ मेले को लेकर योगी सरकार काफी मेहनत कर रही है. वहीं पवित्र स्नान के तारीखों का एलान सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में किया गया.

इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुंभ 2019 में लगभग 12 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. 2019 में इलाहाबाद में लगने वाले कुंभ मेले में पहला शाही स्‍नान 15 जनवरी को मकर संक्रांति, दूसरा शाही स्‍नान 4 फरवरी, 2019 को मौनी अमावस्‍या और तीसरा शाही स्‍नान 10 फरवरी, 2019 को वसंत पंचमी के दिन किया जाएगा.

इस पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कुंभ की तैयारियों का जायजा भी लिया. योगी आदित्यनाथ ने संगमनगरी इलाहाबाद में चिलचिलाती धूप में अर्धकुंभ प्रयाग कुंभ-2019 की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने इलाहाबाद में निमार्णाधीन हाईकोर्ट फ्लाईओवर, फायर ब्रिगेड चौराहा सौंदर्यीकरण और बक्शी बांध का निरीक्षण किया. उनके साथ उपमुख्यमंत्री केशव पसाद मौर्य और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी मौजूद रहे.

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियां को वाराणसी की घटना का हवाला देते हुए सुरक्षा के हर मानक का ध्यान रखने का निर्देश दिया. उन्होंने अफसरों को समय से गुणवत्ता के साथ काम पूरा कराने का निर्देश दिए.

बात दें की उत्तर प्रदेश सरकार ने कुंभ मेला-2019 के लिए जनपद इलाहाबाद शहर में सीएमपी डिग्री कालेज एवं सोहबतिया बाग में रेलवे अंडरपास ब्रिज के चौड़ीकरण कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग को 1926.65 लाख की रुपये मंजूर करते हुए है.

प्रमुख सचिव (नगर विकास) मनोज कुमार सिंह ने कुंभ मेला अधिकारी को आवश्यक निर्देश जारी करते हुए अग्रिम कार्यवाही के निर्देश दिए हैं. शासनादेश में कहा गया है कि कार्य की विशिष्टियां, मानक व गुणवत्ता की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की होगी. इसके साथ ही निर्धारित समय सीमा के अंदर सभी कार्य पूरे करने होंगे.

बताया जा रहा है कि मेले की ब्रांडिंग के लिए लगभग 100 देशों में रोड शो होंगे. रोड शो की शुरुआत लंदन से हो भी चुकी है. वहीं, विदेशी सैलानियों के लिए ब्रेड व ब्रेकफास्ट योजना की भी शुरुआत की गई है. इसके अलावा सरकार की तरफ से मेले की ब्रांडिंग के लिए विदेशों में बसे अप्रवासी भारतीयों के बीच भी इसका प्रचार प्रसार किया जा रहा है.

गौरतलब है कि कुंभ मेले को हाल ही में यूनेस्को ने 'कल्चरल हेरिटेज’ का दर्जा दिया है. यूनेस्को ने कुंभ मेला को सांस्कृतिक विरासत सूची (इनटैन्जिबल कल्चरल हेरिटेज लिस्ट) में शामिल किया है. यूनेस्को ने इसे सबसे शांतिपूर्ण धार्मिक आयोजन बताते हुए कहा कि यह सांस्कृतिक रूप से विविधताओं से भरपूर पर्व है जहां प्राचीन परंपराओं के माध्यम से ज्ञान का आदान-प्रदान होता है.

कुंभ का आयोजन समय-समय पर प्रयाग, नासिक, उज्जैन व हरिद्वार में होता है. संगम नगरी इलाहाबाद में अब से छह साल पर कुंभ मेला लगेगा. यूपी कैबिनेट के हाल ही में लिए गए फैसले के अनुसार छह साल पर होने वाले पर्व अर्धकुंभ को अब कुंभ और बारह साल पर होने वाले कुंभ को महाकुंभ कहा जाएगा. प्रयाग कुंभ मेले की उत्कृष्ट व्यवस्था के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन किया गया है.