कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी से दुनिया जूझ रही है. इस घातक वायरस की चपेट में आने से अब तक लाखों लोग मौत के मुंह में पहुंच चुके है. इस बीच अमेरिका के फ्लोरिडा (Florida) से दुर्लभ अमीबा का एक नया मामला सामने आया है. यह खतरनाक अमीबा इंसान के दिमाग को नुकसान पहुंचाता है. मिली जानकारी के मुताबिक मनुष्य के दिमाग को नष्ट करने वाले अमीबा का नाम 'नेगलेरिया फाउलेरी' (Naegleria fowleri) है.
फ्लोरिडा के स्वास्थ्य विभाग ने दिमाग नष्ट करने वाले 'नेगलेरिया फाउलेरी' के संक्रमण की पुष्टी की है. डॉक्टरों के अनुसार ये अमीबा दिमाग में 'प्राइमरी एम्बेरिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस' (पीएएम) नाम के संक्रमण को फैलाता है. जिसके कारण दिमाग को बहुत नुकसान पहुंचता है और दिमाग की कोशिकाये धीरे-धीरे नष्ट होने लगती है. What is Bubonic Plague? जानें क्या है ब्यूबोनिक प्लेग के लक्षण और ये कितना है घातक
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि यह अमीबा एक कोशिका वाला है, लेकिन इसकी क्षमता इंसानी दिमाग को तबाह करने वाली है. साल 1962 में फ्लोरिडा के इसी जगह पर तीस से जादा पीएएम इंफेक्शन के मामले सामने आए थे. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को जानलेवा अमीबा से सतर्क रहने के लिए कहा है.
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक 'नेगलेरिया फाउलेरी' बड़ी ही आसानी से मनुष्य के दिमाग में दाखिल हो सकता है. अमूमन यह अमीबा झील, नदी और तालाब के ताजे और गर्म पानी में मिलता है. विशेषतौर पर गर्म पानी में इस जानलेवा अमीबा का खतरा जादा रहता है. पानी में मौजूद अमीबा 'नेगलेरिया फाउलेरी' इंसान के नाक के जरिए दिमाग में प्रवेश करता है. इससे पीड़ित होने पर व्यक्ति में बुखार, सिरदर्द, मतली और उल्टी जैसे लक्षण दिखते है.
बीते साल सितंबर महीने में अमेरिका के टेक्सास की एक नदी में तैरते वक्त एक दुर्लभ अमीबा के संपर्क में आने से 10 वर्षीय एक लड़की की मौत हो गई थी. तब परिवार ने बताया था कि मृतका लेबर डे की छुट्टी पर एक नदी और झील में तैरने गयी थी, जिसके बाद उसे सिरदर्द हुआ और बुखार आ गया. तबियत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बाद में उसकी मौत हो गई.