World AIDS Day 2022 Messages: वर्ल्ड एड्स डे पर इन हिंदी Slogans, Quotes, WhatsApp Greetings, SMS के जरिए फैलाएं जागरूकता
विश्व एड्स दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

World AIDS Day 2022 Messages: एचआईवी/एड्स (HIV/AIDS) एक ऐसी लाइलाज जानलेवा बीमारी है, जिसको जड़ से खत्म करने का अभी तक वैज्ञानिक कोई तोड़ नहीं ढूंढ पाए हैं. इस गंभीर लाइलाज बीमारी के प्रति जन जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स डे यानी वर्ल्ड एड्स डे (World AIDS Day) मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (word Health Organization) के अनुसार, इस बीमारी से संक्रमित होने के चलते हर साल करीब 10 लाख लोग अपनी जान गवां देते हैं. इसके पीछे की वजह बताई जाती है कि उन्हें समय पर इस लाइलाज बीमारी के बारे में पता ही नहीं चल पाता है या फिर उनका इलाज ही देरी से शुरु होता है. साल 2015 में डब्ल्यूएचओ (WHO) ने अपने दिशानिर्देशों के बावजूद कहा था कि इससे संक्रमित लोगों को जल्द से जल्द एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी मिलनी चाहिए, ताकि वो इस बीमारी से लड़ सकें.

एचआईवी/एड्स एक जानलेवा लाइलाज बीमारी है, इसलिए इसके प्रति दुनिया भर के लोगों को जागरूक करने के लिए 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है. इस दिन लोग इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ इससे जुड़े स्लोगन, कोट्स, वॉट्सऐप ग्रीटिंग्स, एसएमएस, मैसेजेस को भी अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के बीच शेयर करते हैं.

1- विश्व एड्स दिवस पर है यही नारा,

एड्स रहित हो देश हमारा...

विश्व एड्स दिवस

विश्व एड्स दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

2- न साथ रहने से फैलेगा न ही छूने से फैलेगा,

एचआईवी/एड्स तो सिर्फ असावधानी से फैलेगा.

विश्व एड्स दिवस

विश्व एड्स दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

3- आपकी सुरक्षा ही,

आपके परिवार की सुरक्षा है.

विश्व एड्स दिवस

विश्व एड्स दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

4- एड्स जागरूकता अभियान चलाना है,

एड्स पीड़ितों को उचित सम्मान दिलाना है.

विश्व एड्स दिवस

विश्व एड्स दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

5- सबको एड्स के प्रति जागरूक करना है,

एड्स को जड़ से उखाड़ कर फेकना है.

विश्व एड्स दिवस

विश्व एड्स दिवस 2022 (Photo Credits: File Image)

गौरलतब है कि 1980 के दशक में दुनिया भर में फैली इस महामारी को एचआईवी/एड्स के तौर पर परिभाषित किया गया था. यूएन एड्स के अनुसार, 1988 में इस महामारी की शुरुआत के बाद से 79.3 मिलियन लोग एचआईवी से संक्रमित हो चुके हैं. यून एड्स के मुताबिक, 1997 में दुनिया भर में चरम पर पहुंचने के बाद नए संक्रमण दर में करीब 52 फीसदी की गिरावट आई है. उधर साल 2010 के बाद से नए संक्रमणों में 31 फीसदी की कमी आई है, जो साल 2020 में 2.1 मिलियन से घटकर 1.5 मिलियन तक पहुंच गई है.