Ashadhi Bij Wishes 2021: आषाढ़ी बीज (Ashadi Beej) या Ashadhi Bij शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन मनाया जाता है. यह कच्छी नव वर्ष है. यह हिंदू नव वर्ष गुजरात के कच्छ क्षेत्र में मनाया जाता है. आज 12 जुलाई को आषाढ़ी बीज का त्यौहार मनाया जा रहा है. विक्रम संवत 2078 12 जुलाई 2021 से कच्छ क्षेत्र में शुरू हो रहा है. आषाढ़ी बीज एक पारंपरिक त्यौहार है और घरों में मनाया जाता है. त्योहार में रिश्तेदार, दोस्त और पड़ोसी शामिल होते हैं. आज कई संगठन भी इस दिन को महत्व दे रहे हैं और सत्संग, संगीत प्रतियोगिता और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं. इस दिन गणेश, देवी लक्ष्मी और अन्य क्षेत्रीय देवताओं की पूजा की जाती है.
कच्छ के लोगों के लिए, यह दिन गुजरात के कच्छ में बारिश की शुरुआत के साथ जुड़ा हुआ है. कच्छ काफी हद तक एक रेगिस्तानी इलाका है इसलिए रहने वाले लोग बारिश को बहुत महत्व देते हैं. आषाढ़ी-बीज भारत में मुख्य रूप से दो स्थानों पर मनाया जाता है, वाराणसी, यूपी में विश्वनाथ मंदिर और गुजरात के उमरेठ में मूलेश महादेव मंदिर में. इसके अलावा दुनिया भर के कच्छी लोग इस दिन को अपने स्तर पर बेहतरीन तरीके से मनाते हैं. कच्छी लोग आषाढ़ी बीज पर अपना कच्छी नव वर्ष मनाते हैं. यह हिंदू कैलेंडर (जून-जुलाई) के आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष का दूसरा दिन है. संयोग से आषाढ़ी बीज पर प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा अहमदाबाद और पुरी में होती है.
आषाढ़ी बीज 2021
आषाढ़ी बीज की बधाई
आषाढ़ी बीज की शुभकामनाएं
शुभ आषाढ़ी बीज
हैप्पी आषाढ़ी बीज 2021
वसंत ऋतु मौसम की भविष्यवाणी के रूप में आषाढ़ी-बीज त्योहार मनाया जाता है. आषाढ़ी-बीज के दौरान वातावरण में नमी की जांच करते हैं कि आने वाले मानसून में कौन सी फसल सबसे अच्छी होगी. हवा में नमी से बीज और मिट्टी का वजन बढ़ता है. यदि प्री-मानसून की हवा में बहुत अधिक नमी है, तो यह काफी अच्छा संकेत है कि मौसम अच्छा रहेगा.