
Kal Ka Mausam, 7 March 2025: मार्च की शुरुआत के साथ ही मौसम में उतार-चढ़ाव तेज हो गया है. दिल्ली-एनसीआर में जहां तेज हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है, वहीं दक्षिण भारत के राज्यों में गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी और बारिश हो रही है, जिसका असर मैदानी इलाकों में भी दिख रहा है. दूसरी ओर, तमिलनाडु और दक्षिणी राज्यों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है.
बात करें कल के मौसम (Kal Ka Mausam) की तो मौसम विभाग (IMD) ने 7 मार्च को दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में ठंडी हवाओं का असर जारी रहेगा. आइए जानते हैं 7 मार्च 2025 का पूरा मौसम अपडेट.
दिल्ली-एनसीआर का मौसम
दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार को ठंडी हवाओं का असर जारी रहेगा. सुबह-शाम हल्की ठंड महसूस होगी. दिन में तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है और रात का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा. हवा की गति 14-18 किमी/घंटा रहने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में उत्तर-पश्चिम दिशा से चल रही हवाओं के कारण मौसम ठंडा बना रहेगा. हालांकि, दोपहर तक हवा की गति थोड़ी कम होगी और हल्की धूप निकलेगी, जिससे दिन में हल्की गर्मी महसूस हो सकती है.
यूपी में ठंडी हवाओं का असर
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते उत्तर प्रदेश में भी पहाड़ों से ठंडी हवाएं आ रही हैं, जिससे उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी दर्ज की गई. सुबह व रात के समय बर्फीली हवाओं ने फिर से गर्म कपड़े पहनने पर लोगों को मजबूर कर दिया. मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी ठंडी हवाओं का असर जारी रहेगा.
राजस्थान का मौसम: तापमान में गिरावट
ठंडी हवाओं से राजस्थान में भी तापमान में गिरावट आई है. फतेहपुर (सीकर) में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 7-8 मार्च से तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है, राजस्थान में बीते 24 घंटों में ठंडी हवाओं के कारण तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. हालांकि, 7 मार्च के बाद तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि होगी, जिससे गर्मी महसूस होने लगेगी.
मुंबई में गर्मी ने किया परेशान
मुंबई समेत आस पास के क्षेत्र में तापमान बढ़ने की चेतावनी दी गई है. यह स्थिति एक हफ्ते तक जारी रह सकती है. मौसम विशेषज्ञ ऋषिकेश आंग्रे के अनुसार, अरब सागर में बने उच्च दबाव के चलते समुद्र के ऊपर से आने वाली ठंड हवाओं की रफ्तार धीमी रहेगी. इसके चलते पूर्व से बहने वाली सूखी हवाओं की वातावरण में मौजूदगी बढ़ेगी.इससे तापमान में इजाफा होगा. नतीजा मुंबई में गर्मी बढ़ेगी और हीट वेव जैसी स्थिति बनेगी.