मुंबई: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी (Dharavi) का जिक्र किया और कोरोनो वायरस का ट्रांसमिशन चेन तोड़ने में कामयाबी हासिल करने के लिए प्रशासन की सराहना की. डब्ल्यूएचओ ने कोविड-19 (COVID-19) का प्रकोप झेल चुके मुंबई (Mumbai) के धारावी को एक सफल नियंत्रण मॉडल बताया है. कोरोना का हॉटस्पॉट रहे धारावी में इस महामारी के सामुदायिक प्रसारण (Community Transmission) होने का बहुत अधिक खतरा था.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेरोस एडनॉम घेबायियस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा "दुनियाभर के कई उदाहरण हैं जिन्होंने दिखाया है कि भले ही कोविड-19 का प्रकोप बहुत तीव्र है, फिर भी इसे नियंत्रण में लाया जा सकता है. वियतनाम, कंबोडिया, थाईलैंड, न्यूजीलैंड, इटली, स्पेन, दक्षिण कोरिया में.. यहां तक कि मुंबई में एक घनी बस्ती वाले इलाके धारावी में भी... टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन और उपचार पर ध्यान केंद्रित कर ट्रांसमिशन चेन को तोड़कर वायरस को रोका जा सकता है.” मुंबई के धारावी में कोविड-19 का मात्र एक नया मामला सामने आया
In Vietnam,Cambodia,Thailand, New Zealand, Italy, Spain, South Korea&even in Dharavi, a densely packed area in Mumbai, strong focus on community engagement&basics of testing, tracing, isolating&treating the sick is key to breaking chains of transmission&suppressing the virus: WHO pic.twitter.com/CaliMES9w2
— ANI (@ANI) July 10, 2020
उल्लेखनीय है कि मुंबई की सबसे बड़ी मलिन बस्ती धारावी में शुक्रवार को कोविड-19 के 12 नए मामले आने के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,359 हो गई. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के मुताबिक धारावी में अभी भी 166 मरीजों का इलाज चल रहा है. और 1,952 मरीजों को अब तक ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है.
धारावी में एक अप्रैल को कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया था. धारावी एशिया का सबसे बड़ा झुग्गी बस्ती क्षेत्र हैं. यह ढाई वर्ग किलोमीटर में फैला है और छोटी-छोटी झुग्गियों में करीब 6.5 लाख लोग रहते हैं.