Death of a Weightlifter: वेटलिफ्टिंग करते हुए गर्दन पर गिरा 270 किलो का वजन, बीकानेर में प्रैक्टिस के दौरान गोल्ड मेडलिस्ट वेटलिफ्टर यष्टिका आचार्य की मौत, वीडियो आया सामने (Watch Video)
Credit-(X,@ashraphdhuddy)

बीकानेर, राजस्थान: राजस्थान के बीकानेर से एक दिल दहलानेवाली घटना सामने आई है.जहां पर जिम में प्रैक्टिस के दौरान जूनियर नेशनल गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट वेटलिफ्टर यष्टिका आचार्य की 270 किलो का वजह गर्दन पर गिरने की वजह से मौत हो गई. घटना के समय यष्टिका प्रैक्टिस कर रही थी और उसके कोच भी उसकी मदद कर रहे थे, इसी दौरान अचानक इतना वजन वह संभाल नहीं पाई और वजन से लदी रॉड उसकी गर्दन पर गिर गई, जिसमें यष्टिका की मौत हो गई.

इस घटना का वीडियो काफी ज्यादा डरावना है और सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी ज्यादा वायरल हो रहा है.बताया जा रहा है कि हमेशा की तरह ही यष्टिका प्रैक्टिस कर रही है, उसके कोच भी मौजूद थे. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया 'एक्स ' पर @ashraphdhuddy नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.ये भी पढ़े:Cricketer Got Heart Attack: खेलते हुए बैट्समैन को आया हार्ट अटैक, ग्राउंड पर ही गिरा नीचे, पालघर में युवा खिलाड़ी की मौत

यष्टिका आचार्य  की गर्दन पर गिरा 270 का वजन

कैसे हुआ ये हादसा?

दरअसल 17 साल की यष्टिका आचार्य 270 किलो वजन के साथ प्रैक्टिस कर रही थी, इसी दौरान वह  वजन को अपने कंधे पर रखने की कोशिश कर रही थी, इस दौरान उसके कोच भी मौजूद थे, पर संतुलन बिगड़ने के कारण वह अचानक नीचे गिर गई और वजन की रॉड उसकी गर्दन पर गिर गई. जिसके कारण यष्टिका की गर्दन मुड गई, उसे हॉस्पिटल ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस दौरान उसके कोच को भी मामूली चोटें आई है.

यष्टिका कौन थी?

यष्टिका बीकानेर में रहती थी और उसके पिता ऐश्वर्य आचार्य ठेकेदार है. जब ये घटना हुई तब उसके माता पिता हनुमानगढ़ में एक शादी में गए हुए थे. कुछ दिन पहले गोवा में आयोजित 33वीं नेशनल बेंच प्रेस चैंपियनशिप में यष्टिका ने इक्विप्ड कैटेगरी में गोल्ड मेडल और क्लासिक कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था.

पिता ने नहीं करवाई कोई भी शिकायत

बताया जा रहा है की यष्टिका के पिता ने किसी भी तरह की कोई भी शिकायत दर्ज नहीं करवाई है.पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के संबंध में अभी तक मृतक के परिवार की ओर से कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है. पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करने के बाद यष्टिका का शव उनके परिवार को सौंप दिया गया है. इस तरह से एक होनहार खिलाड़ी की मौत हो जाने की वजह से खेल जगत ने भी दुःख जताया है.