![Farmers Protest: किसान नेता राकेश टिकैत का ऐलान- दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर पूरे देश में कल 3 घंटे के लिए होगा चक्का जाम Farmers Protest: किसान नेता राकेश टिकैत का ऐलान- दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर पूरे देश में कल 3 घंटे के लिए होगा चक्का जाम](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2021/02/3-2-380x214.jpg)
Farmers Protest: मोदी सरकार के विरोध में पिछले दो महीने से ज्यादा दिनों से आंदोलन कर रहे किसान अपने जिद पर अड़े हुए है कि जब तक सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेगी, तब तक उनका आंदोलन इसी तरह से चलता रहेगा. इस काले कानून के विरोध में किसानों का यह आंदोलन टैक्टर रैली के बाद 6 फरवरी को और उग्र होने जा रहा है. किसान नेताओं की तरफ से ऐलान हुआ है कि कल दोपहर 12 बजे से 3 बजे से तक देश में चक्का जाम किया जाएगा. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को उतराखंड, उत्तर प्रदेश के साथ ही दिल्ली में चक्का जाम नहीं करने को लेकर घोषणा की हैं.
मीडिया के बातचीत में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने यह भी कहा कि जो लोग यहां नहीं आ पाए वो अपने-अपने जगहों पर कल चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे. लेकिन सरकार के विरोध में लोग चक्का जाम में जरूर शामिल हो. राकेश टिकैत के इस ऐलान के बाद खासकर दिल्ली पुलिस जरूर राहत की सांस ली है. लेकिन 26 जनवरी की तरह दिल्ली में कोई घटना ना घटित हो पुलिस ने दिल्ली की सभी बॉर्डर पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था कर दी है. यह भी पढ़े: Farmers Protest: केंद्र की तरफ से मामला सुलझाने की बजाय बयानबाजी का दौर जारी, राज्यसभा में कृषि मंत्री बोले-सरकार किसानों के विकास के लिए प्रतिबद्ध
There will be no road blockade in Uttar Pradesh and Uttarakhand tomorrow; roads will be blocked in rest parts of the country excluding Delhi. The reason is that they can be called to Delhi any time, so they are kept on standby: Rakesh Tikait, Bharatiya Kisan Union pic.twitter.com/5F1jddM7j8
— ANI (@ANI) February 5, 2021
इस बीच दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में कृषि बिलों के खिलाफ किसानों 70 दिनों के अधिक समय से चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) की एक रिपोर्ट आई है. जिसमें कहा गया है कि इस आंदोलन से व्यापार में कुल मिलाकर आवक-जावक के रूप में लगभग एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार प्रभावित हुआ है. "जिसमें अन्य राज्यों से दिल्ली में आने वाले माल से लगभग 70 लाख रुपये का नुकसान हुआ है और दिल्ली से अन्य राज्यों को भेजे जाने वाले व्यापार में लगभग 40 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ है. (इनपुट एजेंसी के साथ )