अरविंद केजरीवाल बोले- दिल्ली में हालात काबू में, कोरोना पीड़ित का इलाज नहीं करने वाले अस्पताल को भेजा नोटिस
CM अरविंद केजरीवाल (Photo Credits: Twitter/ANI)

नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) से संकमित मरीजों का इलाज करने से मना करने वाले अस्पतालों को चेतावनी दी है. केजरीवाल ने सोमवार को बताया कि कोविड-19 (COVID-19) रोगी का इलाज करने से मना करने वाले एक निजी अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्होंने कहा कि अस्पताल का यह कर्तव्य है कि वह मरीज को एम्बुलेंस उपलब्ध कराए और उन्हें कोविड-19 अस्पताल भिजवाये.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दोपहर एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि 17 तारीख को लॉकडाउन में काफी ढील दी गई थी आज एक हफ्ते बाद मैं यह कह सकता हूं कि स्थिति नियंत्रण में हैं और कोई घबराने वाली बात नहीं है. जब लॉकडाउन में ढील दी गई थी तब हमें ये उम्मीद थी केस में थोड़ी बढ़ोतरी होगी, थोड़ी बढ़ोतरी हुई भी है लेकिन चिंता की बात नहीं है. दिल्ली में दो नए निषिद्ध क्षेत्र सामने आए, सात को इस श्रेणी से बाहर किया गया

उन्होंने बताया कि दिल्ली में अभी तक 13418 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इनमें से 6540 ठीक हो गए और 6617 का अभी इलाज चल रहा है. यानि की जितने ठीक हुए उतने ही लोग बीमार हुए है. कोरोना की वजह से 261 लोगों की मौत हुई है. कोविड-19 के अधिकांश मामलों में हल्के लक्षण हैं कोई लक्षण नहीं है. उनका घर पर इलाज किया जा रहा है. दिल्ली से करीब दो महीने बाद आज पौने पांच बजे पहले घरेलू विमान ने उड़ान भरी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए 3829 बेड सरकारी सिस्टम में हैं उनमें से 3164 बेड पर ऑक्सीजन उपलब्ध है. 3829 में 1478 बेड को छोड़कर सभी खाली है. सरकार के पास 250 वेंटीलेटर हैं उनमें से 11 वेंटीलेटर इस्तेमाल हो रहे हैं. वहीं, प्राइवेट अस्पतालों में 677 बेड हैं उनमें से 509 पर मरीज आ चुके है. दिल्ली के 117 प्राइवेट अस्पतालों में अपने 20% बेड कोरोना के इलाज के लिए रिजर्व रखने का आदेश दिया गया है.