बीजेपी ने लखनऊ (Lucknow) की सभी नौ सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट जहां से हाई प्रोफाइल उम्मीदवार, समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) टिकट मांग रही थीं, उस पर बीजेपी ने बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) को उतारा है. योगी सरकार में कानून मंत्री बृजेश पाठक लखनऊ मध्य से पिछली बार बीजेपी के टिकट पर जीते थे, इस बार बीजेपी उन्हें लखनऊ कैंट से मैदान में उतार रही है. पिछली सरकारें औरंगजेब जैसे दुर्दांत के नाम पर योजनाओं का नाम रखती थीं: CM योगी.
बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी की मांग को भी बीजेपी ने खारिज कर दिया. रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi) भी इसी सीट से अपने बेटे मयंक जोशी के लिए टिकट मांग रही थीं. लेकिन उनके हाथ भी मायूसी लगी. सांसद रहने से पहले रीता खुद इस सीट से दो बार विधायक रह चुकी हैं.
अपर्णा यादव और रीता बहुगुणा जोशी इसी सीट से टिकट चाहती थीं लेकिन दोनों को छोड़कर बीजेपी ने लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से बृजेश पाठक को टिकट दे दिया है.
बीजेपी ने योगी सरकार के दिग्गज मंत्री ब्रजेश पाठक पर इस बार लखनऊ सेंट्रल की बजाय लखनऊ कैंट से दांव खेला है. उन्नाव जिले की भगवंतनगर की उनकी सीट से बीजेपी ने आशुतोष शुक्ला को चुनावी मैदान में उतारा है. बख्शी तालाब से वर्तमान विधायक अविनाश त्रिवेदी का टिकट काट कर उनकी जगह योगेश शुक्ला को टिकट दिया गया है.
उत्तर प्रदेश की मंत्री स्वाति सिंह, जो कई विवादों में घिरी हुई हैं, उन्हें उनकी सरोजिनी नगर सीट से टिकट से वंचित कर दिया गया है, जिसमें अब ईडी के पूर्व संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह नए उम्मीदवार हैं. राजेश्वर सिंह उम्मीदवार घोषित होने से एक दिन पहले भाजपा में शामिल हुए थे.
अन्य सीटों की बात करें तो बीजेपी ने महोली से शशांक त्रिवेदी, सीतापुर से राकेश राठौर, मलिहाबाद से जया देवी, लखनऊ पश्चिम से अंजनी श्रीवास्तव, लखनऊ उत्तर से नीरज बोरा, लखनऊ पूर्व से प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल', लखनऊ मध्य से रजनीश गुप्ता, मोहनलालगंज से अमरेश कुमार, ऊंचाहार से अमरपाल मौर्य, जहानाबाद से राजेन्द्र पटेल, गौरीगंज से चंद्रप्रकाश मिश्रा मटियारी और चित्रकूट से चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है.
उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में 10, 14 , 20, 23 और 27 फरवरी एवं 3 और 7 मार्च को मतदान होना है. लखनऊ में 23 फरवरी को मतदान होना है. नतीजों की घोषणा 10 मार्च को होगी.