उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में श्रीराम मंदिर निर्माण (Ram Mandir) के लिए भूमिपूजन (Bhumi Pujan) का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM MODI) के हाथों से संपन्न हुआ. वहीं भूमिपूजन के बाद देशभर के नेताओं की प्रतक्रिया आ रही है. सभी इस दिन पर अपने विचार को साझा कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस के नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने भी ट्वीट कर कहा है कि ना प्रेम सीखा है, ना त्याग सीखा है, ना करुणा सीखी है, ना अनुराग सीखा है, खुद को राम से बड़ा दिखाकर, खुश होने वालो तुमने श्री राम चरित मानस का कौन सा भाग सीखा है? कांग्रेस नेता शशि थरूर का यह ट्वीट अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है. वैसे शशि थरूर अपने बयानों और ट्वीट के कारण कई बार मीडिया की सुर्खियों छाए रहते हैं.
बता दें कि अयोध्या भूमिपूजन के बाद कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया था. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा कि, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं. वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं. राम प्रेम हैं. वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते. राम करुणा हैं वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते. राम न्याय हैं. वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते.
शशि थरूर का ट्वीट:-
ना प्रेम सीखा है, ना त्याग सीखा है
ना करुणा सीखी है, ना अनुराग सीखा है
खुद को राम से बड़ा दिखाकर, खुश होने वालो तुमने
श्री राम चरित मानस का कौन सा भाग सीखा है?#AyodhyaRamMandir https://t.co/ijCXms02Ar
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 5, 2020
वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि, सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है. राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं. भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने. यह भी पढ़ें:- Ram Mandir Bhumi Pujan: भूमिपूजन के बाद बोले पीएम मोदी- भारत की आस्था में राम हैं, भारत की दिव्यता में राम हैं.
गौरतलब हो कि अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल हुए. भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए कुल 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को न्योता भेजा गया था. मुख्य समारोह से पहले उन्होंने हनुमानगढ़ी में पूजा और दर्शन किया. इसके बाद उन्होंने पारिजात का पौधा लगाया. बाद में प्रधानमंत्री ने रामलला का दर्शन और पूजन किया, फिर मंदिर का शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री 'श्रीराम जन्मभूमि मंदिर' की आधारशिला रखने के लिए एक पट्टिका का अनावरण किया और 'श्रीराम जन्मभूमि मंदिर' पर स्मारक डाक टिकट भी जारी किया.